किसी ने क्या खूब कहा है कि ‘अपने लिए जिए तो क्या जिए, तू जी-ऐ-दिल जमाने के लिए’, जी हां दुनिया में लोग अपने फायदे के लिए तो बहुत कुछ करते हैं। लेकिन सच्चे अर्थों में मनुष्य वही है जो बिना किसी स्वार्थ के दूसरे जीवों की निस्वार्थ भाव से सेवा करे।

जीवों की सेवा की मिसाल पेश कर रहे हैं पन्ना टाइगर रिजर्व के बफर जोन में स्थित मडियादो फारेस्ट रेंज के युवा, जो टोली बनाकर जंगल जाते हैं और पक्षियों की प्यास बुझाने का काम कर रहे हैं। युवाओं की टोली ने मडियादोह में पंछियों का गला तर करने के लिए पेड़ों पर सकोरे बांधे हैं। और उनमें नियमित रूप से पानी भरने जाते हैं। ताकि इस भीषण गर्मी में परिंदों को पानी के लिए भटकना ना पड़े। ये युवा चिड़ियों के लिए दाना-पानी डालने के साथ बंदरों के लिए भी खाने की व्यवस्था करते हैं। इसके लिए मड़ियादो गांव के युवा अतुल बड़ेरिया और शैलेश उपाध्याय अपने साथियों के साथ रोजना करीब 15 किलोमीटर दूर तक जाते हैं।

आपको बता दें कि पन्ना टाइगर रिजर्व के जंगलों में कई प्रजातियों के पक्षी रहते हैं, इनदिनों तेज गर्मी के कारण पानी की कमी हो रही है, ऐसे में परिंदों की फिक्र करके इन युवाओं ने लॉक डाउन के फुर्सत क्षणों का सदुपयोग किया और जंगल में निरीह पक्षियों की प्यास बुझा रहे हैं।