मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का फेक वीडियो वायरल करने के मामले में उज्जैन कांग्रेस प्रदेश महासचिव अजीत सिंह के खिलाफ भी मामला दर्ज हुआ है। पूर्व मुख्‍यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह तथा 11 अन्‍य पर भोपाल में एफआईआर का कांग्रेस विरोध कर रही है। वह इसे गलत राजनीतिक परंपरा बता रही है मगर भाजपा सरकार ने विरोध को नजरअंदाज कर उज्जैन के चिमनगंज थाने में एक और केस दर्ज किया।

प्रदेश के 10 वर्ष तक मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह पर एक एडिटेड वायरल वीडियो के आधार पर दर्ज किए गए प्रकरण की कांग्रेस ने कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि ऐसा कर भाजपा ने प्रदेश की राजनीति में एक गलत परम्परा को जन्म दिया है। वायरल वीडियो मामले में उस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए जिसने वीडियो बनाया है। भाजपा के लोग प्रतिदिन फेक व कूट रचित वीडियो द्वारा लगातार कांग्रेस के नेताओं की छवि खराब करने का काम करते हैं, उन्होंने एक एडिट वीडियो के आधार पर दिग्विजय सिंह पर गलत कार्रवाई कर प्रदेश में एक गलत परंपरा को जन्म दिया है। अब कांग्रेस ने झूठे ट्वीट और कांग्रेस की छवि जान बूझ के खराब करने को लेकर शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।

Click  Digvijaya Singh : आदिवासियों का मामला उठाया तो की FIR

शिवराज के झूठे आरोपों पर कांग्रेस ने कभी कारवाई नहीं की

कांग्रेस ने शिवराज सिंह चौहान को कांग्रेस के शासन की याद दिलाते हुए कहा है कि जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी तब कांग्रेस ने कभी शिवराज सिंह चौहान द्वारा फैलाई गईं झूठी व मनगढ़ंत जानकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की।सलूजा ने बताया कि जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी तब विपक्ष में बैठकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सरकार को लेकर कई तरह के आरोप लगाते थे और कई ट्वीट करते थे।कई बार उनके ट्वीट में जानकारियां झूठी व भ्रामक होती थी लेकिन कांग्रेस ने उसे मुद्दा बनाकर कभी भी इस तरह की दुर्भावना से प्रेरित कार्रवाई नहीं की।