Digvijaya Singh : आदिवासियों का मामला उठाया तो की FIR
BJP politics : कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह सहित 12 पर केस, सिंह ने कहा कि fake video बनाने वाले की कराएं जांच

भाजपा की शिकायत पर मध्य प्रदेश पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह सहित 12 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। उन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पुराने वीडियो के साथ छेड़छाड़ करके सोशल मीडिया पर पोस्ट करने का आरोप है। इस पर अपनी प्रतिक्रिया में दिग्विजय सिंह ने कहा है कि मैंने शिवराज सिंह चौहान के इलाके में आदिवासियों को ठगने का प्रकरण उठाया था, उसी से डरकर भाजपा ने मेरे ख़िलाफ़ केस दर्ज कराया है। मैं मांग करता हूं कि चिटफंड कंपनी के खिलाफ दर्ज FIR की तत्काल जांच हो। fake video में जांच करानी ही है तो उसकी कराएं जिसने ये फर्जी वीडियो बनाया है।
गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कहते दिखाई दे रहे थे कि ख़ूब शराब पिलाओ कि लोग पड़े रहें। भाजपा की शिकायत पर क्राइम ब्रांच ने देर रात इस वीडियो को ट्वीट और रिट्वीट करने वाले दिग्विजय सिंह समेत 12 लोगों पर मामला दर्ज किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का पलटवार
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने उनके खिलाफ हुई एफआईआर को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा पर पलटवार किया है। दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है कि भाजपा डरी हुई है, इसलिए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। fake video की जांच करानी है तो उसकी कराएं जिसने ये फर्जी वीडियो बनाया।
मैंने शिवराज सिंह चौहान के इलाके में आदिवासियों को ठगने का प्रकरण उठाया था, उसी से डरकर भाजपा ने मेरे ख़िलाफ़ केस दर्ज कराया है। मैं मांग करता हूं कि चिटफंड कंपनी के खिलाफ दर्ज FIR की तत्काल जांच हो।fake video में जांच करानी ही है तो उसकी कराएं जिसने ये फर्जी वीडियो बनाया है।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) June 15, 2020
वायरल ऑडियो-वीडियो से परेशान शिवराज सिंह चौहान
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही शिवराज सिंह चौहान पहले कैबिनेट गठन न करने और फिर उसके विस्तार में देरी पर संवैधानिक संकट के आरोप झेल रहे हैं। इसके बाद वे अपने वायरल हो रहे ऑडिया व वीडियो से घिर गए हैं। शराब पर वायरल हुए उनके इस कथित वीडियो के पहले सांवेर में भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच उनके संबोधन का ऑडियो व फिर वीडियो जारी हुआ था जिसमें वे यह कहते हुए सुनाई दिए कि "केन्द्रीय नेतृत्व ने तय किया कि सरकार गिरनी चाहिये नहीं तो ये बर्बाद कर देगी, तबाह कर देगी और आप बताओ ज्योतिरादित्य सिंधिया और तुलसी भाई के बिना सरकार गिर सकती थी? और कोई तरीका नहीं था।"
Click CM शिवराज सिंह के क्षेत्र में चिटफंड कंपनी ने गरीबों को लूटा
क्या है शिवराज सिंह चौहान के क्षेत्र का चिटफंड मामला
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह बीते सप्ताह जब नसरुल्लागंज तहसील के गांवों के दौरे पर गए तो चिटफंड कंपनी द्वारा छले गए आदिवासी किसानों ने उन्हें अपनी पीड़ा कह सुनाई थी। इसके बाद दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिख कर कहा था कि जिस समय आपके विधानसभा क्षेत्र के आदिवासी किसानों के साथ लूट चल रही थी तब भी आप मुख्यमंत्री थे, आज जब न्याय की तलाश में ये किसान भटक रहे है आप पुनः मुख्यमंत्री है। इस दौरान बीच की अवधि में कांग्रेस की सरकार में मुख्यमंत्री कमलनाथ के सामने युवा किसान नेता अर्जुन आर्य ने "आदिवासी किसान लूट कांड" का मामला उठाया था। तब कमलनाथ ने वर्षों से भटक रहे आदिवासी किसान परिवारों की ओर से लूट करने वाली कंपनी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई थी।
दिग्विजय सिंह ने कहा था कि आश्चर्य है कि आपकी विधानसभा क्षेत्र के आदिवासी और कमजोर वर्ग के परिवार जमीन डूब में आने से बेघर हो गये और आप उन्हें जमीन के बदले जमीन नहीं दिला सके। जबकि मेरे मुख्यमंत्री काल में हमने किसी भी किसान की जमीन अधिग्रहित करने पर "जमीन के बदले जमीन देने की नीति बनाई थी। आप की नाक के नीचे गरीब आदिवासी परिवार भूमिहीन हो गये है। आपके तत्कालीन और पुनः अभी-अभी कैबिनेट मंत्री बने कमल पटेल की विधानसभा क्षेत्र में एक बहुत बड़ी फर्जी संस्था 'सांई प्रसाद प्रापर्टीज’ के नाम से चल रही थी। इस कंपनी के एजेंटस को बड़े-बड़े स्थानीय नेताओं का संरक्षण प्राप्त था। उन्होंने इस मामले की जांच करवाने और आदिवासियों को पैसा लौटाने को कहा था। दिग्विजय सिंह ने कहा था कि यदि शिवराज सिंह चौहान आदिवासियों के साथ न्याय नहीं करेंगे तो वे खुद आदिवासियों के साथ सीएम निवास के समक्ष धरना देंगे।