प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार 28 जून को अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने चीन को इशारों में जवाब भी दिया है। उन्होंने चीन पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत मित्रता निभाना जनता है तो आंख में आंख डालकर जवाब देना भी जनता है। उन्होंने कहा, 'वैश्विक महामारी से मानव जाति पर जो संकट आया, उस दौरान हमारे कुछ पड़ोसी देशों द्वारा जो किया जा रहा है, देश उन चुनौतियों से भी निपट रहा है। इस दौरान उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव को भी याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। 

चीनी खिलौनों पर वार

मन की बात कार्यक्रम के दौरान मोदी ने भारतीय बाजार में चीनी खिलौनों पर निर्भरता कम करने को लेकर भी इशारों में अपनी बात रखी। उन्होंने इंडोर गेम्स पर जोर देते हुए कहा, 'हमारी युवा पीढ़ी के लिए भी, हमारे स्टार्टअप्स के लिए भी, यहां एक नया और मजबूत अवसर है। हम भारत के पारंपरिक इनडोर गेम्स को नए और आकर्षक रूप में प्रस्तुत कर सकते हैं। मेरे बाल-सखा मित्रों, हर घर के बच्चों से, मेरे नन्हें साथियों से भी आज मैं एक विशेष आग्रह करता हूं, जब थोड़ा समय मिले तो माता-पिता से पूछकर मोबाइल उठाइए और अपने दादा-दादी, नाना-नानी या घर में जो भी बुजुर्ग हैं, उनका इंटरव्यू रिकॉर्ड कीजिए, अपने मोबाइल फ़ोन में रिकॉर्ड करिए। आप उनसे जरूर पूछिए कि बचपन में उनका रहन-सहन कैसा था, वो कौन से खेल खेलते थे, कभी नाटक देखने जाते थे, कभी खेत-खलिहान में जाते थे, त्योहार कैसे मानते थे, बहुत सी बातें आप उनसे पूछ सकते हैं।'

एक साथ अनेक संकटों से जूझ रहा भारत

अनलॉक वन के बाद मोदी का आज पहला मन कि बात कार्यक्रम था। इसके शुरुआत में उन्होंने देश के कई समस्याओं को गिनाया। उन्होंने कहा, 'अभी कुछ दिन पहले देश की पूर्वी छोर पर अम्फान चक्रवात आया तो पश्चिमी छोर पर निसर्ग तूफान आया। देश के अनेकों राज्यों में किसान भाई-बहन टिड्डी दल के हमलों से परेशान हैं और देश के कई इलाकों में आ रहे छोटे-छोटे भूकंप रुकने का नाम नहीं ले रहे।'

आपदाओं से निकलने का हमारा इतिहास रहा है

पीएम ने देशवासियों से एकजुट होने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि कोई भी मिशन जनभागीदारी के सफल नहीं हो सकता। आत्मनिर्भर भारत की दिशा में सभी का संकल्प और समर्पण जरूरी है। उन्होंने देशवासियों को हिम्मत देते हुए कहा, 'मुश्किलें आती-जाती रहती है। लेकिन सवाल यह है कि क्या इनकी वजह से साल 2020 को खराब मान लिया जाए? पहले 6 महीने जैसे बीते क्या उसकी वजह से यह मान लें कि पूरा साल खराब है? बिल्कुल नहीं एक साल में एक चुनौती आए या पचास वह साल खराब नहीं होता। भारत का इतिहास आपदाओं और चुनौतियों पर जीत हासिल कर और ज्यादा निखरने का रहा है।'

पूर्व पीएम नरसिम्हा राव को किया याद

इस दौरान मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, 'आज भारत अपने पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव को याद कर रहा है वहीं उनकी जन्म शताब्दी भी शुरू हो रही है। वह एक स्वाभाविक राजनेता थे जिन्होंने एक नाजुक दौर में देश का नेतृत्व किया था।'