मध्यप्रदेश में होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इंदौर में बागी नेताओं के खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है। कमलनाथ सरकार गिराने वाले 22 पूर्व विधायकों को सबक सिखाने के लिए ‘लोकतंत्र बचाओ अभियान’ की शुरुआत इंदौर से की गई है। कांग्रेस ने लोकतंत्र बचाओ अभियान के तहत 22 पूर्व विधायकों को चूड़ियां भेजी हैं, और प्रदेश में उप चुनाव के लिए इन विधायकों को जिम्मेदार ठहराया है। इस अभियान में कई गांधीवादी विचारक, 25 से 30 सामाजिक संस्थाएं और 40 से 50 खेल संगठन शामिल हैं।

अभियान के तहतउपचुनाव वालीं विधानसभा सीटों का दौरा कर लोगों को बताया जाएगा कि बीजेपी में शामिल इन 22 पूर्व विधायकों ने किस तरह लोकतंत्र के मंदिर को कलंकित करने का काम किया और जनता पर जबरन चुनाव थोपा है। इन नेताओं को सबक सिखाने के लिए इन्हीं की विधानसभाओं में ये अभियान चलाया जाएगा। जनता से अपील की जाएगी कि 24 सीटों पर हो रहे उपचुनाव में वे इन दलबदलुओं का सहयोग न करें, बिकाऊ उम्मीदवार भरोसे के लायक नहीं हैं। और इनको हराकर लोकतंत्र को बचाने का काम करें।

इंदौर में लोकतंत्र बचाओ समिति के प्रमुख और कांग्रेस प्रदेश सचिव राकेश सिंह यादव ने सभी बागी पूर्व विधायकों के नामों के आगे चूड़ियां रख प्रदर्शन किया। ज्योतिरादित्य सिंधिया, इमरती देवी, गोविंद राजपूत, तुलसी राम सिलावट, बिसाहूलाल सिंह समेत सभी 22 बागियों को उनके पते पर चूड़ियां भेजी जा रही हैं।