प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बंगाल के चक्रवाती तूफान एमफन प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया है। इस दौरान उनके साथ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व राज्यपाल धनकड़ भी मौजूद थे। पीएम ने दोहरी चुनौतियों से लड़ रहे बंगाल सरकार की तारीफ़ की और केंद्र सरकार द्वारा सहायता के लिए 1000 करोड़ देने की घोषणा की है। इस चक्रवातीय आपदा से राज्य में अबतक कुल 80 लोगों की मौत हुई है। 

पीएम द्वारा आपातकालीन निधि से 1000 करोड़ रूपये दिए जाने की घोषणा पर ममता ने बताया कि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया है कि यह अग्रिम सहायता है या पैकेज। इसका फैसला वे बाद में करेंगे। हालांकि ममता बैनर्जी ने इससे पहले कहा था कि राज्य की 60 फीसदी आबादी तूफान से प्रभावित हुई है। और आर्थिक नुकसान लगभग 1 लाख करोड़ का हुआ है।

बंगाल के चक्रवातीय तूफान से पीड़ित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक समीक्षा बैठक की है। बैठक में उन्होंने एलान किया है कि बंगाल को इस आपदा से लड़ने के लिए सहायता के रूप में केंद्र सरकार 1000 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद करेगी। उन्होंने कहा, 'कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए शारीरक दूरियां बनानी पड़ती है वहीं तूफान से लड़ने के लिए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना होता है। इन दोनों विरोधाभासों के बावजूद बंगाल की ममता सरकार अच्छी तरह से लड़ रही है। इस प्रतिकूल समय में हम सदैव उनके साथ हैं।'

उन्होंने बंगाल के लोगों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि इस समय पूरा देश उनके साथ है। उन्होंने घोषणा करते हुए बताया, 'तूफान में मारे गए लोगों के परिजनों को 2 लाख रुपए वहीं गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपए की आर्थिक मदद की जाएगी। पुनर्वास से संबंधित सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जाएगा, हम सभी चाहते हैं कि बंगाल आगे बढे।

इस दौरान सीएम ममता बनर्जी ने इस अभूतपूर्व समय में बंगाल के लोगों की चिंता करने के लिए व उन्हें निजी रूप से कॉल कर हालातों की जानकारी लेने के लिए राष्ट्रपति कोविंद को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा, 'एमफन तूफान को राष्ट्रीय आपदा माना जाना चाहिए। इससे बंगाल में अबतक कुल 80 लोगों की मौत हो चुकी है।' 

इसके बाद पीएम मोदी एमफन तूफान से ओडिसा के प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के लिए सीएम नवीन पटनायक के साथ रवाना हुए।