भोपाल: तुर्की के इस्तांबुल में आयोजित विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप का आयोजन हो रहा हैं और इस चैंपियनशिप में भारत की महिला मुक्केबाज निखत जरीन ने 52किलोग्राम वर्ग में थाईलैंड की जितपोंग जुटामस को 5-0 से हराकर स्वर्ण पदक जीत लिया, विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली वह भारत की 5वीं मुक्केबाज बन गई हैं।
वे तेलंगाना के निजामाबाद शहर के एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती है उनके पिता मोहम्मद जमील एक पूर्व फुटबॉलर व क्रिकेटर है, जमील ने कहा कि विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतना एक ऐसी चीज है जो मुस्लिम लड़कियों के साथ साथ देश की प्रत्येक लड़की को जीवन में बड़ा हासिल करने का लक्ष्य रखने के लिए प्रेरणा का काम करेगी, एक बच्चा चाहे वह लड़का हो या लड़की, अपना रास्ता खुद बनाना पड़ता है और निखत ने अपना रास्ता खुद बनाया है।

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जरीन ने कहा कि मैंने अपने कैरियर में जिन बाधाओं का सामना किया है, उन्होंने मुझे मजबूत बनाया, मैं इन सबके बाद मानसिक रूप से मजबूत बनी हूं, मेरा मानना है कि चाहे कुछ भी हो जाए, मुझे लड़ना है और अपना सर्वश्रेष्ठ देना है।