नई दिल्ली। रविवार को किंग्स इलेवन और दिल्ली कैपिटल्स के बीच खेले गए मुकाबले के आखिरी ओवर में कुछ ऐसा हुआ जिसने खेल का पासा पलट दिया। आखिरी ओवर में ऑन फिल्ड अंपायर के एक गलत निर्णय ने किंग्स इलेवन के हाथ से जीती हुई बाज़ी छीन ली।   



दरअसल अंतिम ओवर की तीसरी गेंद पर मयंक अग्रवाल दो रन लेने के लिए दौड़े थे। लेकिन उनके साथ पिच के दूसरे छोर पर मौजूद क्रिस जॉर्डन के रन को स्क्वायर लेग अंपायर नितिन मेनन ने शॉर्ट रन करार दे दिया। जिस वजह से पंजाब की टीम के खाते में बस एक रन ही जुड़ पाया। अंपायर के इस निर्णय की वजह से मैच टाई हो गया। सुपर ओवर में एकतरफा प्रदर्शन से दिल्ली कैपिटल्स ने मुकाबले को जीत लिया।    



मैच ख़त्म होने के बाद किंग्स इलेवन के सीईओ सतीश मेनन ने मैच रेफरी जवागल श्रीनाथ से कर दी है। सतीश मेनन ने पीटीआई से कहा है कि अंपायर के इस फैसला की कीमत हमें प्ले ऑफ्स में शामिल न होकर चुकानी पड़ सकती है। तकनीक के होने के बावजूद ऐसे गलत निर्णय न लिए जाएं इसलिए हमने मैच रेफरी को अवगत करा दिया है।  



इससे पहले टीम की मालिक प्रीती ज़िंटा ने ट्विटर पर अपना गुस्सा ज़ाहिर करते हुए कहा है कि मैंने महामारी के दौरान बहुत ही उत्साह के साथ एक लंबा सफर तय किया, छह दिन क्वारंटीन में रही और हंसते हुए कोरोना के पांच टेस्ट करवाए। लेकिन यह एक शॉर्ट रन मुझ पर बहुत भारी पड़ा। टेक्नोलॉजी का क्या मतलब अगर उसका इस्तेमाल ही नहीं किया जाना है? अब समय आ गया है कि बीसीसीआई नए नियमों का पालन करे।  यह हर साल नहीं हो सकता है। 





अंपायर को ही दे दो मैन ऑफ़ द मैच 

भारतीय टीम और किंग्स इलेवन के पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने अंपायर नितिन मेनन पर तंज कसते हुए कहा है कि मैं मन ऑफ़ द मैच के निर्णय से खुश नहीं हूँ। शॉर्ट रन देने वाले अंपायर ही असली मैन ऑफ द मैच के हकदार हैं।