टोक्यो। ओलिंपिक के इतिहास में एक और भारतीय खिलाड़ी का नाम दर्ज हो गया है। भले ही वे सेमीफाइनल हार गई हैं। लेकिन उन्होंने ब्रांज मेडल पर कब्जा कर लिया है। लवलीना बोरगोहेन को बॉक्सिंग के 69 किलोग्राम वेट कैटेगरी में मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन तुर्की की बुसेनाज सुरमेली ने हराया है। बुसेनाज सुरमेनेली के खिलाफ सेमीफाइनल में लवलीना को 0-5 से हार का सामना करना पड़ा है। इस हार के साथ उन्हें ब्रांज मेडल से ही संतोष करना पड़ रहा है। 

इसी के साथ लवलीना तीसरी भारतीय बाक्सर बनी हैं जिन्होंने ओलंपिक में मेडल जीता है। मुक्‍केबाजी में लवलीना से पहले विजेन्दर सिंह और एमसी मैरीकॉम मेडल जीत चुके हैं। बाक्सर ब्रॉन्ज मेडल लेकर ही भारत वापस आ रही हैं। पिछले मैच में ही उन्होंने अपना मैडल पक्का कर लिया था। अगर लवलीना यह मुकाबला जीत जाती तो सिल्वर या गोल्ड के लिए फाइट करतीं। सेमीफाइनल में हार के बाद भी बाक्सर ने ब्रांज मेडल अपने नाम कर लिया है।

वहीं टोक्यो ओलंपिक में लवलीना का नाम मीराबाई चानू और पीवी सिंधू के साथ तीसरी भारतीय महिला के रूप में दर्ज हो गया है। वहीं भारत के नीरज चोपड़ा ने जेवेलिन थ्रो के फाइनल में एंट्री कर ली है। नीरज क्‍वालीफिकेशन में टॉप पर थे। इसी कड़ी में भारतीय पहलवान रवि दहिया और दीपक पूनिया ने भी सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है।