अनिश्चितताओं के खेल कहे जाने वाले खेल क्रिकेट में आज एक बार फिर खेल के अनूठेपन का उदाहरण देखने को मिला। सीनियर महिला क्रिकेट  वनडे सीरीज़ के एक मैच को मुंबई की टीम ने महज़ चार गेंदों में जीत लिया। मुंबई ने यह कारनामा नागालैंड की टीम के खिलाफ किया। नागालैंड की टीम को पहली पारी में मुंबई की टीम ने महज़ 17 रनों के स्कोर पर ही समेट दिया। इसके बाद मुंबई ने 18 रनों के लक्ष्य को महज़ चार गेंदों में ही हासिल कर लिया। 

मैच से पहले टॉस का सिक्का नागालैंड के पक्ष में उछालते ही टीम के कप्तान ने पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया। लेकिन नागालैंड की टीम के इस फैसले को मुंबई की कप्तान सयाली सतघरे ने गलत साबित कर दिखाया। सयाली की गेंदबाज़ी के सामने नागालैंड की टीम की एक भी बल्लेबाज़ के पैर क्रीज़ पर नहीं जम पाए। सयाली ने अपने आठ ओवर में नागालैंड के आधे बल्लेबाज़ों को पवेलियन चलता कर दिया। सयाली ने 8.4 ओवर में सात रन खर्च कर पांच बल्लेबाज़ों को अपना शिकार बनाया। सयाली की घातक गेंदबाज़ी का नतीजा यह हुआ कि नागालैंड की पूरी टीम महज़ 17 रन के स्कोर पर पवेलियन लौट गई।  

18 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई के ओपनरों ईशा ओजा और वृषाली भगत ने पिच पर ज़्यादा समय व्यर्थ करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। तीन चौके और एक छक्के की मदद से मुंबई की टीम ने आसान से लक्ष्य को हासिल कर लिया।  

दुनिया के तमाम खेलों में क्रिकेट के खेल को सबसे ज़्यादा अनिश्चितताओं से भरा माना जाता है। क्रिकेट के खेल को प्रायः अनिश्चितता का पर्याय ही माना जाता है। क्योंकि इस खेल में किस गेंद पर क्या हो जाए कहा नहीं जा सकता। साथ ही आखिरी गेंद फेंके जाने से पहले तक किसी टीम की जीत या हार के दावे किए जा सकते हैं लेकिन उस टीम की जीत या हार को लेकर आश्वस्त नहीं हुआ जा सकता।