भोपाल। 
कम्युनिटी रेडियो का इससे अच्छा भला क्या उपयोग हो सकता था, जैसा 25 साल की वर्षा रायकवार कर रही हैं। मध्य प्रदेश के एक छोटे से गाँव निवारी की रहने वाली वर्षा कम्युनिटी रेडियो - रेडियो बुंदेलखंड के जरिए जमीनी स्तर पर लोगों को जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूक कर रही हैं। दरअसल रेडियो बुंदेलखंड के जरिए वर्षा जो कुछ बातें लोगों से करती हैं, वो उनके खुद के अनुभव से जुडी हैं। वर्षा के अनुसार अपने खेत में फसलों की पैदावार घटते देखकर उनके मन में कई सवाल आये। पहले जिस खेत में अच्छी पैदावार होती थी वो घट रही थी। 

घटती पैदावार और गांव के आसपास कम होते जंगलों के बारे में लोगों से पूछने पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। वर्षा के ये सवाल ही उन्हें रेडियो बुंदेलखंड तक ले गए, जहाँ उन्हें जवाब मिला कि हमारे कार्यों के कारण ही जलवायु परिवर्तन हो रहा है और इसका दुष्परिणाम हम भुगत रहे हैं। तभी से वर्षा लोगों को कम्युनिटी रेडियो के जरिए जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूक करने में जुट गईं। रेडियो बुंदेलखंड पर अब वह जलवायु परिवर्तन के साथ-साथ स्वास्थ्य, कृषि, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण आदि के बारे में भी लोगों को जागरूक करने में जुटी हुई हैं। वर्षा बताती हैं कि उन्हें अपनी आवाज से प्यार है और वह उसका सही इस्तेमाल करना चाहती थीं। स्नातक करते ही उन्हें रेडियो बुंदेलखंड में रिक्त पद के बारे में पता चला और उन्होंने इसे ज्वाइन कर लिया। जहाँ वह जलवायु परिवर्तन के अपने अनुभव लोगों से साझा कर उन्हें जागरूक बना रही हैं।   

जमीनी स्तर पर लोगों को कम्युनिटी रेडियो के जरिए जागरूक करने की वर्षा की मुहिम को खूब सराहा जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र ने भी उनके कार्यों को पसंद किया है। यही कारण है कि संयुक्त राष्ट्र ने वर्षा को यंग क्लाइमेट लीडर 2021 चुना है। रेडियो बुंदेलखंड, मध्य प्रदेश का पहला सामुदायिक रेडियो स्टेशन है जो लोगों को आसपास के पर्यावरण के प्रति सचेत करने की मुहिम में जुटा है और वर्षा रायकवार आज उसकी प्रमुख आवाज हैं। इस रेडियो के जरिये वर्षा संगोष्ठियों और नुक्कड़ नाटकों जैसे सामुदायिक कार्यक्रमों के माध्यम से ग्रामीण आबादी तक जलवायु के प्रति जागरूकता का संदेश पहुंचा रही हैं। वर्षा रेडियो बुंदेलखंड पर प्रसारित अपने शो में पर्यावरण विशेषज्ञों से बात करती है और पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन की सकारात्मक कहानियां भी साझा करती है, जो लोगों को रोचक के साथ ही आसपास के पर्यावरण के  जागरूक भी करता है।