अमेरिकी नौसेना में पहली अश्वेत महिला पायलट बनकर लेफ्टिनेंट मेडलिन स्वीगल ने इतिहास रच दिया है। फ्लाइंग ऑफिसर मेडलिन ने ‘विंग्स ऑफ गोल्ड’ हासिल किया है। अमेरिकी नौसेना की एयरविंग में यह सम्मान पाने वाली वे पहली अश्वेत महिला हैं। उन्हें 31 जुलाई को एक समारोह में ‘विंग्स ऑफ गोल्ड’ बैज प्रदान किया जाएगा। रंग भेद को लेकर चले लंबे संघर्ष के बाद अमरीका में कई ऐतिहासिक फैसले हुए हैं। इसी कड़ी में अमेरिकी नेवी का यह फैसला महत्वपूर्ण माना जा रहा है।



मेडलिन स्वीगल अफ्रीकी मूल की हैं। अमेरिकी नौसेना की ओर से नेवल एयर ट्रेनिंग कमांड ने एक ट्वीट के जरिए मेडलिन की इस उपलब्धि की जानकारी शेयर की है। ट्वीट में लिखा गया है कि ‘ट्रेनिंग पूरी करने के बाद टेक्टिकल एयरक्राफ्ट (टेकएयर) उड़ाने वाली पहली अश्वेत महिला पायलट बन गई हैं।‘



 





 



वर्जीनिया के बुर्के की रहने वाली मेडलिन स्वीगल ने साल 2017 में यूएस नेवल अकादमी से ग्रेजुएशन किया था। उन्हें किंग्सविले में रेडहॉक्स ट्रेनिंग स्क्वाड्रन 21 की जिम्मेदारी दी गई है। पिछले महीने अमेरिकी नौसेना ने इस बात के संकेत दिए थे कि वह रंगभेद और नस्लवाद के मुद्दों को हल करना चाहती है। ताकि इन समुदायों से जुड़े लोगों के काम करने में मुश्किलें खत्म हों, नौसेना में इन्हें बराबरी से मौके मिलें।





अमेरिका में 46 साल बाद स्वीगल ने नया इतिहास कायम किया है। गौरतलब है कि साल 1974 में रोजमेरी मेरिनर एक टैक्टिकल फाइजर जेट उड़ाने वाली पहली महिला बनी थीं। मिलिट्री डॉट कॉम में छपी रिपोर्ट के अनुसार फाइटर यूनिट में अश्वेत पायलट दुर्लभ हैं। वहीं पेंसकोला न्यूज जर्नल के अनुसार, 2018 तक नौसेना में 765 महिला पायलट थीं, जो रैंक के सभी पायलटों की तुलना में 7% कम थीं।