बीजापुर। छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य जिला बीजापुर में नक्सलियों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। नक्सलियों द्वारा अपरहण पुलिस एएसआई मुरली ताती कि हत्या कर दी है। इस आदिवासी पुलिस अफसर की हत्या कर नक्सलियों ने गंगालूर के पेदापारा के पास शव को फेंक दिया। ज्ञात हो बीते 21 अप्रैल को नक्सलियों ने पलनार से मुरली ताती का अपहरण किया था। इसके बाद 23 अप्रैल को उसकी हत्या कर दी। शव के साथ नक्सलियों ने एक पर्चा भी फेंका है, जिसमें ताती पर 2006 में सलवा जुडूम में शामिल होने और उसके बाद स्थानीय लोगों को परेशान करने का आरोप लगाया है।

नक्सलियों ने संदेश देते हुए कहा कि जवान को इसीलिए सजा दी जा रही है ताकी आगे से कोई भी मुरली ताती जैसी गद्दारी न करे। शनिवार सुबह गंगालूर के पुलसुम पारा के पास जवान का शव मिला, जहां सुरक्षा बलों की टीम ने शव बरामद किया। एएसपी पंकज शुक्ला ने जवान की पहचान की, शहीद की बॉडी परिजनों को दिखाने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दी गई।

उल्लेखनीय है कि अपहरण के बाद से ही परिवार बस्तर के जंगलों में भटक कर जवान को ढूंढ रहे थे। लेकिन नक्सलियों की ओर से कोई भी सुराग नहीं दिया जा रहा था। परिवार चार दिनों तक गंगालूर के पास जंगलों में सैकड़ों किलोमीटर तक भटकता रहा। शव मिलने के बाद से ही परिजनों के आंसू नहीं रुक रहे हैं। बताया गया है कि पुलिस लाइन में आज ही जवान को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा।

गौरतलब है कि इसी महीने की 3 तारीख को बीजापुर के ही तर्रेम थाना क्षेत्र में सुरक्षा बल के जवानों और नक्सलियों के बीच बड़ी मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में 23 जवान शहीद हो गए थे। मुठभेड़ के बाद नक्सलियों ने जम्मू कश्मीर के एक सीआरपीएफ जवान राकेश्वार सिंह मनहास का अपहरण कर लिया था, जिसे 5 दिन बाद उन्होंने रिहा कर दिया। इसके बाद 21 अप्रैल को बस्तर के ही पुलिस अफसर का अपहरण करने के बाद उसकी हत्या कर दी है।