रायपुर। 18 प्लस के वैक्सीनेश में भी छत्तीसगढ़ अन्य राज्यों से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। बावजूद इसके केंद्र है कि प्रदेश पर कोरोना वैक्सीन की बरबादी की आरोप लगा रहा है। कोरोना टीके की बरबादी के आरोपों को प्रदेश सरकार ने सिरे से नकार दिया है। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि प्रदेश में 1 प्रतिशत से भी कम वेस्टेज हुआ है।



एक ट्वीट में टीएस सिंहदेव ने कहा है कि केंद्र सरकार के CoWIN एप के अनुसार छत्तीसगढ़ को 72,90,210 वैक्सीन के डोज मिले हैं। जिनमें से राज्य के स्टॉक में 10,31,230 उपलब्ध हैं। अब तक 61,99,637 लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है।



 





इसके लिए प्रधानमंत्री की फोटो वाला वैक्सीनेश सर्टिफिकेट भी लोगों के लिए  जारी किया गया है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया है कि राज्य में वैक्सीन का वेस्टेज मजह 0.95 फीसदी है, जो की एक प्रतिशत से भी कम है। उन्होंने केंद्र पर वैक्सीनेशन के मामले में राजनीति का आरोप लगाया है।



दरअसल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि छत्तीसगढ़ में कोरोना वैक्सीन की 30.20 प्रतिशत डोज बरबाद हुई हैं। लेकिन सरकार ने सफाई दी है कि यह गलत आकंडा है केवल 0.95% टीके ही खराब हुए हैं। 



इस तरह के फेक आंकड़ों पर प्रदेश सरकार ने सख्त नाराजगी जताई है। स्वास्थ्य मंत्री ने इसे केंद्र की ओछी राजनीति करार दिया है। प्रदेश सरकार ने केंद्र को लिखे पत्र में भी यह सारा आंकडा भेजा है, और बताया है कि यहां वैक्सीन की बर्बादी एक प्रतिशत से भी कम है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय अपने आंकड़े ठीक कर ले।