कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में फंसे छत्तीसगढ़ के करीब 180 मजदूर विशेष विमान में बैठकर गुरुवार को रायपुर पहुंचे हैं। यह पहली बार है जब ये मजदूर विमान से रायपुर आए हैं। इन मजदूरों के विमान से रायपुर जाने की टिकट लॉ विश्वविद्यालय के छात्रों ने कुछ गैर-सरकारी संगठनों की मदद से करवाई है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश ने भी कल ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी। बताया जा रहा है कि ये मजदूर राज्य के 11 विभिन्न जिले के हैं जिन्हें रायपुर में भोजन-पानी का व्यवस्था कर उनके गृह जिले में भेजा जाएगा।

छत्तीसगढ़ के मजदूरों के लिए नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी बेंगलुरु के पूर्व छात्र भगवान का रुप धारण कर मदद के लिए आगे आए हैं। 2000-2001 बैच के इन छात्रों ने नालसार हैदराबाद, छत्तीसगढ़ की समर्थ चैरिटेबल ट्रस्ट व वी द पीपल संस्था की मदद से बेंगलुरु में फंसे 180 मजदूरों को स्पेशल विमान से वापस रायपुर भेजा है। बताया जा रहा है कि ये मजदूर छत्तीसगढ़ के 11 विभिन्न जिलों के रहवासी हैं। इनमें बलौदाबाजार के 17, बलरामपुर के 19, बिलासपुर के 9, जशपुर के 1, जांजगीर-चापा के 95, कोरिया के 2, कोरबा के 8, महासमुंद के 13, नारायणपुर के 7, पेंड्रा-गौरेला के 7, व सरगुजा के 2 मजदूर शामिल हैं।

जानकारी के मुताबिक एयर एशिया एयरलाइन्स की यह विशेष विमान क्रमांक 9405 बेंगलुरु से रवाना हुई थी जो तकरीबन 9 बजकर 50 मिनट पर राजधानी रायपुर स्थित स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पहुंची। हालांकि एयर एशिया के किसी विमान का रायपुर से आवागमन नहीं होता है परंतु परिस्थितियों को देखते हुए एयरपोर्ट ऑथोरिटी ने इन्हें विशेष अनुमति दिए थे। मजदूरों का बेंगलुरु और रायपुर एयरपोर्ट पर थर्मल स्क्रीनिंग भी किया गया जिसके बाद रायपुर में चिकित्सीय जांच व भोजन-पानी के बाद उन्हें संबंधित जिलों में भेजा जाएगा जहां उन्हें क्वारंटाइन सेंटरों में रखने की तैयारियां की गई है।