रायपुर के शांति नगर इलाके में एक ही परिवार के 18 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। खबर है कि इस परिवार के लोग पिछले रविवार को फिंगेश्वर के घटारानी और जतमई धाम पिकनिक मनाने गए थे। सभी लोगों ने मंदिर परिसर के झरने में घंटों नहाया था। पिकनिक के दौरन किसी भी तरह की कोरोना गाइड लाइन का पालन नहीं किया था।

मन्दिर परिसर और झरने में दुर्ग-भिलाई, महासमुंद, रायपुर, कवर्धा, राजनांदगांव, बेमेतरा, सिमगा, मुंगेली, धमतरी जैसे जिलों के सैकड़ों लोग मौजूद थे। झरने में नहाते समय लोगों ने मास्क नहीं लगाया था। वहीं सोशल डिस्टेंसिंग की भी जमकर धज्जियां उड़ाई गई,  अब एक ही परिवार के 18 लोगों के संक्रमित होने के बाद प्रशासन में हड़कंप मचा है। क्योंकि पिकनिक स्पॉट पर आए लोगों का कहीं कोई रिकॉर्ड मिलना कठिन है।

प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि पिछले दिनों जो भी व्यक्ति फिंगेश्वर के घटारानी और जतमई धाम में थे वे अपनी जांच करवा लें।

दरअसल रायपुर में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा एक हजार को पार कर गया है। प्रदेश में संक्रमण अब हर वर्ग तक पहुंच चुका है। शुक्रवार को राजधानी में इंद्रावती भवन में श्रम संचालनालय के कर्मचारी की कोरोना से मौत हो गई थी। जिसके बाद नया रायपुर में संचालनालय को सील कर दिया गया है।

गौरतलब है कि पिछले 24 घंटे में छत्तीसगढ़ में कुल 215 मरीज संक्रमित पाए गए हैं। जिनमें से रायपुर के 106, राजनांदगांव 18 दुर्ग में 23, सरगुजा से मरीज मिले है। छत्तीसगढ़ में संक्रमित मरीजों की संख्या 5005 पहुंच गई है। जबकि एक्टिव केस 1467 है। प्रदेश में अब तक 25 मरीजों की मौत हो चुकी है। इसमें सबसे ज्यादा 6 मरीजों की मौत रायपुर में हुई है। वहीं प्रदेश में 3512 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। रायपुर की बात करें तो पिछले 30 दिनों में संक्रमण के 950 मामले सामने आए हैं।  

छत्तीसगढ़ में मास्क नहीं पहनने सार्वजनिक स्थान पर थूकने पर 100 रुपए जुर्माना लगाया जा रहा है। वहीं जुर्माना नहीं देने पर एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं। प्रदेश में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या और लोगों के लापरवाह रवैये के कारण अब सख्ती की जा रही है।