भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का दूसरा घर कहे जाने वाले विदिशा जिले के शमशाबाद तहसील के डंगरवाडा गांव के 35 वर्षीय किसान बलबीर लोधी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या का कारण सोयाबीन की फसल बर्बाद होना और कर्ज का बोझ बताया जा रहा है। बलबीर लोधी के 4 बच्चे हैं। बूढ़े माता पिता के इकलौते बेटे की मौत से गांव में मातम छाया हुआ है।

तहसीलदार सत्यनारायण सोनी के अनुसार 35 वर्षीय बलबीर लोधी के नाम से कोई जमीन नहीं है। वह हर साल बटाई पर जमीन लेकर खेती करता था लेकिन किसी कारण से इस साल उसने बटाई पर जमीन नहीं ली थी। उसकी मां के नाम 4 बीघा जमीन है उस पर सोयाबीन की फसल बोई थी। परन्तु इस साल सोयाबीन की फसल खराब हो गयी।’’

मृतक बलबीर लोधी के परिजनों ने मीडिया को बताया कि बलबीर लोधी ने साढे चार लाख रूपये कर्जा ले रखा था जिसमें से करीब 2 लाख की राशि पिता द्वारा चुकाई जा चुकी थी। वहीं शेष राशि भी फसल के बाद चुकाने की बात कही गयी थी।

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ग्रामीणों को इस बात की चिंता है कि बलबीर के माता पिता बूढ़े हैं और उसके चार बच्चे भी छोटे हैं। परिवार के इकलौते कमाने वाले व्यक्ति की मौत के बाद अब परिवार कैसे गुजर बसर करेगा। ग्रामीणों ने सहायता की मांग की तो एसडीएम प्रवीण प्रजापति ने कहा कि आत्महत्या मामले में शासन से मदद का कोई प्रावधान नहीं है।

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आपको बता दें कि भारी बारिश और बाढ के कारण प्रदेश भर में किसानों की फसल तबाह हो गयी जिसके चलते लगातार किसानों की आत्महत्या की खबरें सामने आ रहीं हैं। पिछले चार दिनों में प्रदेश के किसानों द्वारा आत्महत्या का यह पांचवा मामला है। विदिशा के पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में भी 3 किसानों ने फसल खराब होने की वजह से आत्महत्या की है।