गर्मी बढ़ने के साथ-साथ इनदिनों एक्जाम फीवर भी जोरों पर है। घरों में किसी ना किसी क्लास की परीक्षाएं या तो चल रही हैं, या फिर जल्द ही शुरू होने वाली हैं। यूं तो बच्चे अपनी परीक्षा की तैयारी में जुटे हैं। उनके पेरेंट्स भी उनका खास ख्याल रख रहे हैं। उनकी स्टडीज, डाइट, उनके सोने-जागने और कंफर्ट लेवल का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। अगर बच्चों की डाइट में थोड़ा चेंज किया जाए तो बच्चों की कंसंट्रेशन पावर को काफी हद तक बढ़ाया जा सकता है। छोटे-छोटे बदलाव बच्चों की याददाश्त में इजाफा करने में मददगार हैं।  

कहा जाता है सफलता का शॉर्टकट नहीं होता, इसी तरह अच्छी डाइट का भी कोई शॉर्टकट नहीं होता है।जानीमानी डाइटीशियन मुनमुन गनेरीवाल ने सोशल मीडिया पर कुछ टिप्स दिए हैं जिन्हें फॉलोकर के बच्चों की मेमरी को ज्यादा असरदार बनाया जा सकता है।

उनका कहना है कि परीक्षा से पहले सही खाना खाने से न केवल याददाश्त बढ़ाने अच्छी रहती है, बल्कि टेंशन भरे माहौल में शांति का अनुभव होता है। परीक्षा के दौरान बच्चों का हल्का और सुपाच्य याने जल्दी पचने वाला खाना दिया जाना चाहिए। रेडी टू ईट फूड और जंक फूड खाने से नींद ज्यादा आती है। यह खाने के बाद पेट फूला रहता है। ये पचने में भी ज्यादा वक्त लगाते हैं। ऐसे में घर में बना सादा खाना खाने की सलाह दी जाती है।

नाश्ते में ताजा गर्मागर्म पोहा, उपमा, मूंगदाल या ओट्स चीला अच्छा आप्शन हो सकता है। इसे खाने से एनर्जी भी मिलेगी औऱ नींद भी नहीं आएगी। वहीं 4-5 बादाम अखरोट के साथ एक ग्लास दूध भी बेहतर आप्शन है। अगर आप दूध रात में लेना पसंद करते हैं तो संतरे का जूस भी लिया जा सकता है।

वहीं खाने में घी का भरपूर उपयोग करना चाहिए, घी ओमेगा 3 फैटी एसिड रिच होता है। घी खाने से मेमोरी पावर बढ़ती है। अपने खाने में नाश्ता, लंच और डिनर में एक-एक चम्मच घी जरूर शामिल करें।

दही स्वाद के साथ सेहत भी प्रदान करता है। इसमें पाए जाने वाले गुड बैक्टीरिया हैप्पी हार्मोन्स को सीक्रेट करते हैं। जिससे परीक्षा का स्ट्रेस लेवल कम होता है। वैसे भी भारत में किसी भी शुभ काम की शुरुआत से पहले दही शक्कर खाने का प्रचलन है, इसके पीछे साइंटिफिक रीजन यह है कि इससे डाइजेशन सही रहता है।

अनरिफाइंड शुगर याने खांड का सेवन भी सेहत के लिए काफी फायदेमंद है। माना जाता है कि इससे बॉडी और ब्रेन दोनों लंबे वक्त तक एक्टिव रहते हैं। इससे मेंटल एबिलिटी स्ट्रांग होती है, मेमोरी शार्प होती है।

खांड शरीर और मस्तिष्क को फिर एक्टिव रखती है। जिससे बच्चे काफी लंबे समय तक पूरे कंस्ट्रेशन के साथ पढ़ाई कर सकते हैं। ब्लड शुगर लेवल मेंटेन करने के लिए गुड़ से बने लड्डू, चिक्की, कोकम और नींबू शर्बत अच्छा आप्शन हैं।

आखिर में बात हरदिल अजीज चावल की। दाल चावल, खिचड़ी, दही चावल या घी चावल खाया जा सकता है। इसे खाने के बाद अच्छी नींद आती है, जिससे आप अगले दिन नई ऊर्जा के साथ दिन की शुरुआत करते हैं, और तरोताजा होकर पढ़ाई पर ध्यान देते हैं।

परीक्षा के दौरान कई बार खाना खाने का मन नहीं करता, टेंशन होती है, तो ऐसा बिल्कुल ना करें। समय पर खाना जरूर खाएं ताकि हर तरह के तनाव को बाय-बाय कह सकें और मन लगाकर पढ़ाई कर सकें।