अमेरिका में लॉकडाउन हटाने की मांग बढ़ती जा रही है। कोरोन वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगे लॉकडाउन (प्रतिबंधों) के खिलाफ 26 अप्रैल को अमेरिका के तीन राज्यों में जनता सड़कों पर उतर आई और विरोध-प्रदर्शन किया। उनलोगों ने प्रतिबंधों को खत्म करने की मांग की है। सबसे बड़ा प्रदर्शन मिशिगन में नजर आया, जहां लॉकडाउन के विरोध में सड़क पर करीब 3000 लोगों ने जमकर हंगामा किया। अब मशहूर ऑटोमोबाइल कंपनी टेस्ला के को फाउंडर और बिलियनेयर एलन मस्क ने कोरोना वायरस के चलते लगाए गए लॉकडाउन को तानाशाही करार दिया है। उन्होंने कहा कि लोगों को घर पर रहने की इजाजात दी जानी चाहिए लेकिन उनसे ये कह देना कि वो घरों से बाहर नहीं निकल सकते ये तानाशाही है। उन्‍होंने लिखा है – फ्री अमेरिका नाऊ।



अमेरिका समेत दुनियाभर के देशों में लॉकडाउन में ढील दिए जाने पर अधिकारियों द्वारा सवाल उठाए गए हैं। इस पर मस्क ने गुस्सा जताते हुए ट्वीट किया कि "ये निजी स्वतंत्रता पर हमला है जो अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर देगा।"





 



कैलिफोर्निया के इलेक्ट्रिक कार निर्माता टेस्ला मोटर्स की कमाई पर सामने आए हालिया आंकड़ों पर उन्होंने टिप्पणी करते हुए कहा कि "वो चिंतित है कि उत्पादन दोबारा कब शुरू होगा।"



दरअसल कोरोना वायरस के चलते कैलिफोर्निया में उत्पादन बंद है। मस्क स्पेस एक्स नामक कंपनी के भी संस्थापक हैं। उन्होंने कहा, "घरों में आश्रय या कहें कि संवैधानिक अधिकारों के खिलाफ लोगों को जबरन घरों में कैद कर देना... भयंकर तरीकों से लोगों की स्वतंत्रता का हमला करना गलत है।  यह अत्याचार है। लॉकडाउन के कारण केवल टेस्ला ही बुरी तरह प्रभावित नहीं होगी। जब लोग इस तूफान का सामना करेंगे उस समय बहुत से छोटी कंपनियां है जो नहीं रहेंगी।"



मस्क ने कहा, "उन्हें घरों पर रहने की इजाजत दी जानी चाहिए और उन्हें इसके लिए मजबूर भी किया जा सकता है लेकिन ये कह देना कि वो अपने घरों से नहीं निकल सकते और अगर वो ऐसा करेंगे तो उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा, ये तानाशाही। ये लोकतांत्रिक नहीं है। ये स्वतंत्रता नहीं है। लोगों को उनकी स्वतंत्रता वापस दें।"



गौरतलब है कि फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग ने लॉकडाउन का समर्थन किया है वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लॉकडाउन के आदेशों के खिलाफ देश में हो रहे प्रदर्शनों को अपना समर्थन दिया है। लॉकडाउन प्रतिबंधों पर शुक्रवार देर रात मिशिगन, मिनेसोटा और वर्जीनिया को लेकर ट्रंप द्वारा किए गए ट्वीट की इन तीनों राज्यों के गवर्नर ने कड़ी निन्दा की है। इन्हीं में से एक वर्जीनिया के गवर्नर राल्फ नोर्थम ने कहा, "मेरे पास इतना समय नहीं है कि मैं खुद को ट्विटर की लड़ाई में शामिल करूं।"