बर्लिन: जर्मनी में रविवार को हुए आम चुनाव में एंजेला मर्केल की कंजरवेटिव पार्टी चुनाव हार गई है। मर्केल की पार्टी न सिर्फ बहुमत से दूर है बल्कि विरोधी दल डेमोक्रेटिक पार्टी से भी कम सीटें जीत पाई है। सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर भी उभरी है। पिछले 16 वर्षों में यह पहली बार है जब एंजेला मर्केल सरकार की अगुवाई नहीं करेंगी और उनकी पार्टी भी बहुमत से दूर है।

दरअसल, कंजरवेटिव नेता एंजेला मर्केल ने पहले ही ऐलान कर दिया था कि इस बार चुनाव जीतने के बाद वह चांसलर पद पर नहीं रहेंगी। माना जा रहा है कि मतदाताओं पर इसका काफी असर पड़ा परिणामस्वरूप डेमोक्रेटिक पार्टी पहले नंबर पर आ गई। डेमोक्रेटिक पार्टी ने सरकार बनाने का दावा भी किया है। चूंकि, किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है ऐसे में जर्मनी को अब गठबंधन सरकार मिलने की संभावना है।

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चुनाव परिणामों के मुताबिक सोशल डेमोक्रेटिक 25.5 फीसदी वोट्स के साथ सबसे आगे है। 730 सीटों में 205 सीट इनके खाते में गई है। दूसरे नंबर पर मर्केल की  कंजरवेटिव अलायंस को है। इन्हें 24.5 फीसदी वोट और 194 सीट मिले हैं। अन्य सीट बाकी पार्टियों के खाते में गई है। माना जा रहा है कि सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी कम से कम दो अन्य दलों को साथ लेकर सरकार बनाएगी।

बता दें कि बीते 16 साल से एंजेला मर्केल जर्मनी की सत्ता पर काबिज हैं। वह लगातार चार बार चांसलर चुनी गईं हैं। बतौर चांसलर उन्होंने यूरोपीय यूनियन की एकता बनाए रखने में अहम भूमिक निभाया है। साल 2008 में आई आर्थिक मंदी, ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से अलग होने यानी ब्रेग्जिट और कोरोना संकट के दौरान मर्केल ने पूरे यूरोप का सफल नेतृत्व भी किया है।