अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से उप-राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार एवं भारतीय मूल की सीनेटर कमला हैरिस ने वादा किया है कि अगर उनकी पार्टी नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करती है, तो ‘‘दुनिया में अपना मुकाम’’ बहाल करने और एशिया और यूरोप के सहयोगी देशों का विश्वास और समर्थन वापस पाने के लिए उनकी सरकार पेरिस जलवायु समझौते और ईरान के साथ हुए परमाणु समझौते में फिर से शामिल होगी।

28 अगस्त को एक वर्चुअल 'फंड रेजिंग' कार्यक्रम में, 55 वर्षीय हैरिस से पूछा गया कि बाइडेन-हैरिस प्रशासन ‘‘हमारे यूरोपीय और एशियाई सहयोगियों के विश्वास और समर्थन को कैसे बहाल करेगा’’, तो जवाब में हैरिस ने जलवायु परिवर्तन को लेकर हुए पेरिस समझौते में फिर से शामिल होने और ईरान परमाणु समझौते को मजबूत करने और उसमें फिर से शामिल होने का वादा किया। उन्होंने इसके लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तीखी आलोचना की।

उन्होंने कहा, ‘‘जो बाइडेन और हमारे प्रशासन को डोनाल्ड ट्रंप और उनके प्रशासन द्वारा किए गए नुकसान की भरपाई करने और दुनिया में अपना मुकाम बहाल करने का एक बड़ा काम करना होगा।’’

Click: Kamala Harris: रोजगार, स्वास्थ्य देखभाल जैसे मुद्दों पर करेंगी काम

गौरतलब है कि 2017 में, ट्रंप ने पेरिस समझौते से हटने के फैसले की घोषणा करते हुए कहा था कि समझौते में अमेरिका के खरबों डॉलर खर्च होंगे, नौकरियां जाएंगी और तेल, गैस, कोयला और विनिर्माण उद्योगों में बाधा उत्पन्न होगी। ट्रंप ने 2018 में ईरान परमाणु समझौते से बाहर निकलने की घोषणा की थी।