बीते 21 दिनों से लगातार पेट्रोल-डीजल की कीमत बढ़ने के बाद सोमवार को फिर पेट्रोल डीजल के दाम में बढ़ोतरी की गई। केवल रविवार को इसकी कीमत में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई थी। दिल्ली में 29 जून को पेट्रोल 80.43 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बिक रहा है। डीजल का दाम कल के 80.40 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 80.53 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है। यानी डीजल के दाम 13 पैसे बढ़ गए।



इसके विरोध कांग्रेस ने #SpeakUpAgainstFuelHike डि़जिटल कैंपेन भी शुरू किया है। इसके तहत दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कमेटी के कुछ सदस्यों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि एक तरफ कोरोना महामारी का कहर और दूसरी तरफ महंगे पेट्रोल-डीजल की मार ने देशवासियों का जीना मुश्किल कर दिया है। पेट्रोल-डीजल के दाम उस वक्त बढ़ाए जा रहे हैं, जब कच्चे तेल की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में कम हो रही है। 2014 के बाद मोदी सरकार ने जनता को कच्चे तेल की गिरती कीमतों का फायदा देने की बजाए पेट्रोल-डीजल पर 12 बार एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई, जिसे सरकार ने 18 लाख करोड़ की अतिरिक्त वसूली की।



सोनिया गांधी ने कहा कि मुश्किल समय में देश वासियों का सहारा बनना सरकार की जिम्मेदारी है। वह उनकी मुसीबत का फायदा उठाकर मुनाफाखोरी ना करें। पेट्रोल-डीजल की अन्यायपूर्ण बढ़ोतरी ने देशवासियों से जबरन वसूली का नया उदाहरण पेश किया है। यह ना केवल अन्याय पूर्ण है बल्कि संवेदनहीन भी है। मैं मोदी सरकार से यह मांग करती हूं कि कोरोना महामारी के संकट में पेट्रोल-डीजल की बढ़ाई गई कीमतें फौरन वापस ली जानी चाहिए। एक्साइज ड्यूटी को भी वापस लें।





 



कांग्रेस के ऑनलाइन प्रोटेस्‍ट #SpeakUpAgainstFuelHike में हिस्‍सा ले कर जनता तथा जनप्रतिनिधि सरकार से पेट्रोल डीजल का दाम कम करने की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता और पूर्व मुख्‍यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी #SpeakUpAgainstFuelHike अभियान में शामिल हो कर अपना विरोध दर्ज करवाया।