अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि इस साल की शुरुआत में चीन के साथ उन्होंने जिस व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, अब उसे लेकर उनके विचार बदल गए हैं। ट्रम्प ने किसी समय इस समझौते को ‘ऐतिहासिक’ करार दिया था।

बीजिंग नेतृत्व को लेकर अपनी नाराजगी एक बार फिर जाहिर करते हुए उन्होंने चीन पर कोरोना वायरस को फैलने देने का आरोप लगाया।

ताजा जानकारी के अनुसार अब तक कोविड-19 के कारण करीब 92,000 अमेरिकियों की मौत हो गई और 15 लाख अमेरिकी संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। दुनियाभर में कोरोना वायरस के कारण अब तक करीब 3,20,000 लोगों की मौत हो चुकी है।

इससे पहले अमेरिका और चीन ने अपने बीच 22 महीने से जारी व्यापार युद्ध खत्म करते हुए जनवरी में एक समझौता किया था।

इसके तहत बीजिंग ने 2020-2021 में अमेरिकी उत्पादों की खरीद 200 अरब डॉलर तक बढ़ाने पर सहमति जताई।

ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में कैबिनेट बैठक में संवाददाताओं से कहा, ‘‘तीन महीने पहले मैं इस समझौते को लेकर जो सोचता था, वह अब बदल गया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘क्या होता है, देखेंगे। लेकिन बहुत ही निराशाजनक हालात हैं। चीन के साथ बहुत ही निराशाजनक बात हुई है क्योंकि एक महामारी फैली, जो नहीं होनी चाहिए थी और इसे रोका जा सकता था।’’

ट्रम्प ने कहा कि जब चीन के साथ समझौता हुआ था तो वह बेहद उत्साहित थे।

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उन्होंने आगे कहा, ‘‘लेकिन फिर वायरस आ गया, उन्होंने ऐसा कैसे होने दिया? और यह चीन के दूसरे वर्गों में कैसे नहीं पहुंचा? उन्होंने इसे वुहान से बाहर निकलने से कैसे रोका? लेकिन उन्होंने इसे अमेरिका समेत बाकी दुनिया में जाने से नहीं रोका, ऐसा क्यों? बीजिंग में तो यह नहीं फैला, अन्य स्थानों पर भी नहीं।’’

हालांकि, मीडिया में लीक हुई कई सरकारी रिपोर्ट्स में यह बात सामने आई है कि कोरोना वायरस को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति को बहुत शुरुआत में ही चेतावनी दे दी गई थी. लेकिन डोनल्ड ट्रंप ने वायरस को लेकर शुरुआत में कोई कदम नहीं उठाया.

दूसरी तरफ राष्ट्रपति ट्रंप सार्वजनिक तौर पर वायरस की गंभीरता का मजाक उड़ाते रहे. उन्होंने यहां तक कह दिया कि वायरस अपने आप ही अप्रैल में खत्म हो जाएगा.