ग्वालियर। मध्यप्रदेश पुलिस पर एक के बाद एक संगीन आरोप लगते जा रहे हैं। पहले होशंगाबाद से खाकी को दागदार करने वाली गैंग का खुलासा हुआ और अब ग्वालियर के तीन लुटेरे पुलिसवालों की करतूत सामने आई है। तीनों पुलिसकर्मी झांसी के सराफा व्यापारियों से 60 लाख छीनते पाए गए हैं। लुटेरी पुलिस गिरोह का मास्टर माइंड सतेंद्र गुर्जर है। उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। इसमें उसका साथ सायबर पुलिस का जवान अभिषेक तिवारी, विवेक पाठक और RPF का जवान योगेंद्र शामिल था। ग्वालियर SP अमित सांघी ने मध्यप्रदेश पुलिस के तीनों जवानों पर कड़ा एक्शन लेते हुए बर्खास्त कर दिया है।

दरअसल तीनों शातिर पुलिसकर्मियों ने खुद को राजस्थान क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर सराफा व्यापारियों से ट्रेन में 60 लाख रुपए लूटे थे। इस लुटेरी पुलिस गैंग ने ग्वालियर और डबरा के बीच चलती ट्रेन में झांसी के  सराफा कारोबारियों से 60 लाख रुपए छीन लिए थे। ये सराफा कारोबारी जबलपुर-निजामुद्दीन एक्सप्रेस ट्रेन से दिल्ली जा रहे थे, उनके पास 60 लाख रुपए थे जो उन्हें गहनों की डिलीवरी के बदले चुकाने थे।

यूपी के दोनों सराफा व्यापारी संजय अग्रवाल और संजय गुप्ता अपने यहां के सराफा व्यापारियों के लिए दिल्ली से सोना लाकर डिलीवरी देने का काम करते हैं। इसी सिलसिले में वे दोनों 17 जून 2021 को 60 लाख रुपए लेकर ट्रेन से दिल्ली जा रहे थे। आरोपियों को किसी तरह इसकी भनक लग गई। जिसके बाद डबरा में लुटेरी पुलिस गैंग उनके पास पहुंची और कहा कि ट्रेन में इतनी रकम ले जाना कानूनन अपराध है। व्यापारियों को धमकाया और फिर दो बैगों में रखे 60 लाख रुपए लेकर आगरा रेलवे स्टेशन में उतर गए।

पुलिस द्वारा पैसे जब्त होने के बाद व्यापारियों ने इसकी शिकायत ग्वालियर GRP में की। तब पता चला की राजस्थान की कोई ऐसी टीम है ही नहीं, मामला प्रकाश में आने पर ग्वालियर पुलिस ने पड़ताल की। रेलवे स्टेशनों के CCTV खंगालने पर आरोपी पुलिसकर्मियों की सच्चाई उजागर हुई। जिसके बाद ग्वालियर क्राइम ब्रांच और GRP पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया, उनमें से पुलिसकर्मियों का साथी ड्राइवर भाग खड़ा हुआ, अन्य को गिरफ्तार किया गया और तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।

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वहीं RPF जवान योगेंद्र पर कार्रवाई के लिए रेलवे पुलिस फोर्स को पत्र भेजा गया है। इन चारों के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज कर लिया गया है, इन पर लीगल एक्शन लिया जाएगा। माममे में एक आरोपी ड्राइवर की तलाश है। पुलिस को शक है कि इस गैंग में और लोग भी शामिल हो सकते हैं। उनका भी पता लगाया जा रहा है। आरोपियों के पास से 60 लाख में से 52 लाख 50 हजार रुपए बरामद किए जा चुके हैं। बाकी के बारे में पूछताछ जारी है।

इससे पहले होशंगाबाद के कोतवाली थाने में तैनात तीन पुलिसकर्मियों ने वर्दी को दागदार करन का काम किया था। एक महिला आरक्षक समेत तीन पुलिसकर्मी हनीट्रैप गैंग चलाते पाए गए थे। जो एक लड़की की मदद से लोगों के आपत्तिजनक फोटो वीडियो बनाकर उनसे पैसे ऐंठते थे। वहीं हाल ही में भोपाल में एक युवती पुलिस की नकली वर्दी पहनकर वसूली करती पाई गई थी।