उज्जैन| सिंहस्थ महाकुंभ 2028 की तैयारियों के तहत उज्जैन में चल रही कान्ह क्लोज डक्ट परियोजना के दौरान एक दुखद हादसा हो गया। इंदौर के जमालपुरा क्षेत्र में खुदाई स्थल पर निरीक्षण के दौरान दो लोग करीब 20 फीट गहरी खाई में गिर गए। इस घटना में सुपरवाइजर याकूब कुरैशी (39) की मौत हो गई, जबकि मजदूर कमल चौधरी घायल हो गया।

कमल चौधरी के अनुसार, हादसे वाले दिन बारिश की वजह से कार्य बंद था। वे दोनों यह देखने पहुंचे थे कि कार्य दोबारा शुरू हो सकता है या नहीं। तभी याकूब का संतुलन बिगड़ा और वह खाई में गिर पड़े। कमल उन्हें बचाने गया तो वह भी नीचे जा गिरा। दोनों को तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां याकूब की सिर में गंभीर चोट लगने से उसी रात मौत हो गई। घायल कमल को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

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प्रोजेक्ट इंचार्ज के मुताबिक, बारिश के कारण काम रुका हुआ था, और याकूब केवल स्थिति देखने गया था। वहीं याकूब के साले जाबिर हाजी ने बताया कि हादसे के बाद से परिवार गहरे सदमे में है और कंपनी से अब तक कोई संवाद नहीं हुआ है। याकूब पेटी कॉन्ट्रैक्टर के माध्यम से काम कर रहे थे। उनके परिवार में पत्नी और दो छोटे बच्चे हैं।

यह परियोजना शिप्रा नदी को स्वच्छ बनाए रखने के उद्देश्य से चलाई जा रही है, ताकि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालु पवित्र और साफ जल में स्नान कर सकें। इसके तहत कान्हा नदी को मोड़कर उसका गंदा पानी शिप्रा में मिलने से रोका जाएगा। योजना के तहत करीब 13 किलोमीटर लंबी सुरंग और 18 किलोमीटर लंबी नहर बनाई जा रही है, जिसकी कुल लागत लगभग 900 करोड़ रुपए है। कुछ स्थानों पर सुरंग की गहराई 100 फीट तक पहुंच रही है। यह देश की पहली ऐसी योजना है जिसमें एक नदी के जल को दूसरी नदी में मिलने से रोकने के लिए सुरंग और नहर का निर्माण किया जा रहा है।