उमरिया। मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 हाथियों की मौत को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI) बरेली द्वारा राज्य सरकार को सौंपी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि हाथियों की मौत साइक्लोपियाजोनिक एसिड से हुई है। यह एसिड खराब हो चुके कोदो बाजरा में पाया जाता है, जिसे हाथियों ने बड़ी मात्रा में खा लिया था।
एपीसीसीएफ वन्य प्राणी एल कृष्णमूर्ति ने बताया कि केंद्र सरकार के आईवीआरआई (Indian Veterinary Research Institute), बरेली (उत्तर प्रदेश) की टॉक्सिकोलॉजिकल रिपोर्ट के अनुसार, हाथियों ने बड़ी मात्रा में खराब कोदो पौधे/अनाज खाए हैं। रिपोर्ट में आस-पास के क्षेत्रों में ध्यान रखने के लिए एडवाइजरी भी जारी की गई है।
इधर, हाथियों की मौत पर कांग्रेस, राज्य सरकार और वन मंत्री रामनिवास रावत पर हमलावर है। पूर्व सीएम कमलनाथ ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी का आरोप है कि हाथियों को जहर दिया गया है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने क्षेत्र के रिसॉर्ट संचालकों की भूमिका पर सवाल उठाए हैं।
हाथियों की मौत के मामले की जांच के लिए दिल्ली से आई टीम बांधवगढ़ में डेरा डाले है। टीम के सदस्य घटना के कारणों की बारीकी से जांच कर रहे हैं। इस जांच टीम में पांच अधिकारी शामिल किए गए हैं, जो जॉइंट डायरेक्टर डॉ. कृपाशंकर के नेतृत्व में बांधवगढ़ पहुंचे हैं। पांच दिन से इस टीम के चार सदस्य बांधवगढ़ में ही रुककर जांच कर रहे हैं। यह टीम पता कर रही है कि कहीं हाथियों को जहर देकर तो नहीं मारा गया है।