भोपाल। राजधानी भोपाल के अयोध्या बायपास चौड़ीकरण को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने बड़ा फैसला लिया है। हरे पेड़ों की कटाई के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने बुधवार को चौड़ीकरण के लिए इस प्रस्ताव पर तत्काल रोक लगा दी है। ट्रिब्यूनल ने साफ कहा है कि अगली सुनवाई तक एक भी पेड़ नहीं काटा जाएगा। मामले की अगली सुनवाई 8 जनवरी को होगी।
एनजीटी के इस आदेश के बाद अयोध्या बायपास चौड़ीकरण के तहत प्रस्तावित करीब 8 हजार हरे पेड़ों की कटाई फिलहाल रोक दी गई है। इससे लगभग 16 किलोमीटर लंबे और 10 लेन वाले इस बड़े प्रोजेक्ट पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। हालांकि, ट्रिब्यूनल ने यह भी स्पष्ट किया है कि पेड़ों को नुकसान पहुंचाए बिना सड़क चौड़ीकरण से जुड़े अन्य कार्य जारी रह सकते हैं।
यह भी पढ़ें:MP: छतरपुर में आठ महीनों में हुई 402 नवजात बच्चों की मौत, 255 ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ा
सुनवाई के दौरान एनजीटी ने बेहद सख्त रुख अपनाते हुए टिप्पणी किया कि, “नियम पहले होते हैं, प्रोजेक्ट बाद में।” ट्रिब्यूनल ने सरकार से यह भी पूछा कि इतने बड़े पैमाने पर हरे पेड़ों की कटाई के फैसले में वृक्ष संरक्षण कानूनों का पालन किस हद तक किया गया है। साथ ही कटे पेड़ों की भरपाई को लेकर भी सरकार से स्पष्ट जवाब मांगा गया है और वैकल्पिक उपायों पर विचार करने की जरूरत बताई गई है।
गौरतलब है कि एनजीटी की रोक से पहले ही अयोध्या बायपास चौड़ीकरण को लेकर राजनीतिक और सामाजिक विरोध तेज हो चुका था। पिछले दिनों कांग्रेस ने पेड़ों की कटाई के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया था। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ऑक्सीजन मास्क पहनकर, जेसीबी मशीनों पर चढ़कर और पेड़ों के बीच पहुंचकर परियोजना का विरोध जताया और पर्यावरण संरक्षण के नारे लगाए थे।
यह भी पढ़ें:विजय हजारे ट्रॉफी में गूंजा वैभव सूर्यवंशी का बल्ला, 36 गेंदों में शतक ठोककर रचा इतिहास
कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रवीण सक्सेना ने आरोप लगाया था कि विकास के नाम पर हजारों पेड़ों की बलि दी जा रही है। उन्होंने कहा कि इनमें कई पेड़ 40-40 साल पुराने हैं जो शहर को ऑक्सीजन और जीवन देते हैं। एक तरफ प्रधानमंत्री ‘एक पेड़ मां के नाम’ की बात करते हैं। वहीं, दूसरी ओर भोपाल में बिना अनुमति बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई की जा रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कटी लकड़ियों का अवैध रूप से व्यापार किया जा रहा है और यदि कटाई नहीं रुकी तो कांग्रेस उग्र आंदोलन करेगी।
पूर्व विधानसभा प्रत्याशी रवीन्द्र साहू ने कहा था कि देश में सबसे खराब वायु गुणवत्ता दिल्ली की है और उसके बाद भोपाल का नंबर आता है। उन्होंने साफ किया कि कांग्रेस विकास के खिलाफ नहीं है लेकिन ऐसा विकास स्वीकार्य नहीं जिसमें पर्यावरण और पेड़ों की बलि दी जाए। उन्होंने सुझाव दिया कि सड़क चौड़ीकरण के बजाय फ्लाइओवर बनाए जाएं ताकि हजारों पेड़ों को बचाया जा सके।
यह भी पढ़ें:रील बनाने का जुनून बना जानलेवा, देवास में रेलवे ट्रैक पर वीडियो बना रहे दो युवकों की मौत