भोपाल। उपचुनाव में मतदान पूरा होने के अगले ही दिन बीजेपी ने पूर्व मंत्री गौरीगांकर शेजवार और उनके बेटे मुदित शेजवार को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। दोनों के ऊपर सांची उपचुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। बीजेपी ने दोनों नेताओं को सात दिन के भीतर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा है, वरना दोनों  के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने की बात कही गई है। 

नोटिस में लिखा है, 'सांची उपचुनाव के अधिकृत प्रत्याशी प्रभुराम चौधरी के खिलाफ निरंतर पार्टी विरोधी गतिविधियां की गईं, जिसकी शिकायतें प्रदेश संगठन को मिलती रहीं। इससे पार्टी की छवि धूमिल हुई। ये कृत्य घोर अनुशासनहीनता की परिधि में आता है। इसलिए प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के समक्ष 7 दिन के अंदर अपना स्पष्टीकरण दें, वरना अनुशासात्मक कार्रवाई की जाएगी।'

बता दें कि सांची विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर प्रभुराम चौधरी ने चुनाव लड़ा है। सिंधिया समर्थक और कांग्रेस के बागी नेता के होने के कारण बीजेपी में स्थानीय स्तर पर उनका काफी विरोध हुआ। यही हाल चुनाव लड़ रहे सिंधिया समर्थक तमाम विधायकों का है।  

उधर बीजेपी ने ग्वालियर पूर्व से कांग्रेस प्रत्याशी सतीश सिकरवार के पिता व पूर्व विधायक गजराज सिंह सिकरवार और उनके बेटे सत्यपाल सिकरवार को भी कारण बताओ नोटिस दिया है। उन्हें बीजेपी की तरफ से ग्वालियर पूर्व सीट पर चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन दोनों ही चुनाव प्रचार के लिए नहीं निकले। पार्टी ने इसे अनुशासनहीनता माना है।