भोपाल। भोपाल से बीजेपी के पूर्व विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह की एक तस्वीर ने उन्हें सवालों और आरोपों के कटघरे में खड़ा कर दिया है। फेसबुक पर पोस्ट की गई इस तस्वीर में सुरेंद्र नाथ सिंह हाथ में रायफल लिए गाड़ी के बोनट पर बैठे नज़र आ रहे हैं। तस्वीर में उनके पीछे एक और व्यक्ति भी है, जिसके हाथ में पिस्तौल है। हथियार से लैस सुरेंद्र नाथ सिंह ने तस्वीर के साथ जो कैप्शन लिखा है, वह और भी हैरान करने वाला है।



बीजेपी नेता ने इस कैप्शन में लिखा है, ' उड़ाना तो बहुतों को है, लेकिन डिसाइड नहीं कर पा रहा हूं कि पहले किसको मारूं।' इतना ही नहीं बीजेपी नेता ने कहा है कि उनके पास लिस्ट इतनी लंबी है कि इसके लिए पर्ची निकालनी पड़ेगी। सुरेंद्र नाथ सिंह की इस तस्वीर और कैप्शन को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि वे सरेआम गोलियों से छलनी करने और मौत के घाट उतारने की धमकी किन लोगों को दे रहे हैं?





कांग्रेस नेता जीतू पटवारी और नरेंद्र सलूजा ने बीजेपी के पूर्व विधायक के इन बयानों पर तीखा हमला किया है।पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने बीजेपी नेता की तस्वीर और बयान पर ट्विटर के जरिए टिप्पणी करते हुए लिखा है कि बीजेपी के झंडे में शांति का रंग ही नहीं है। पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने सुरेंद्र नाथ सिंह की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, 'सुबह ही मैंने कहा BJP के झंडे में शांति का रग नहीं है !' 





 



सुरेंद्र नाथ सिंह पर कार्रवाई करे पुलिस : नरेंद्र सलूजा 



कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने भी सुरेंद्र नाथ सिंह की तस्वीर और धमकी भरे कैप्शन पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि इससे पहले कि कोई घटना घटे, पुलिस को तत्काल सुरेंद्र नाथ सिंह के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। सलूजा ने बीजेपी विधायक की आलोचना करते हुए कहा, 'एक तरफ़ शिवराज जी कह रहे है कि माफ़ियाओ को ज़मीन में गाड़ दूँगा , लटका दूँगा , टाँग दूँगा और वही उन्हीं की पार्टी के पूर्व विधायक सुरेन्द्र नाथ सिंह बंदूक़ हाथ में लिए फ़ोटो के साथ आमजन को धमकाते हुए लिख रहे है उड़ा दूँगा,मार दूँगा ?' घटना घटने के पहले पुलिस तत्काल कार्रवाई करे। 





 



बीजेपी नेता सुरेंद्र नाथ सिंह और उनके समर्थकों का नाम हाल ही में उस वक्त चर्चा में आया था, जब 14 फरवरी को वैलेंटाइन्स डे के मौके पर भोपाल के कमला पार्क स्थित हुक्का लाउंज में तोड़फोड़ की गई थी। इस घटना के बाद बीजेपी नेता और उनके 6 समर्थकों को जेल भी जाना पड़ा था। इससे पहले बीजेपी के पूर्व विधायक कुछ साल पहले उस वक्त भी विवादों में आए थे, जब उन्होंने पूर्व सीएम कमलनाथ का खून सड़कों पर बहाने की धमकी दे दी थी। जाहिर है, राज्य की बीजेपी सरकार अगर ऐसे नेताओं पर लगाम नहीं कसेगी, तो कानून व्यवस्था में सुधार करने के उसके दावों पर सवाल उठते रहेंगे।