भोपाल। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ज्योतिरादित्य सिंधिया के बारे में दिए गए बयान और उस पर सिंधिया की प्रतिक्रिया सामने आने के बाद मध्य प्रदेश के सियासी हलकों में इस मुद्दे की चर्चा तेज़ हो गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कांतिलाल भूरिया ने कहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया की कांग्रेस में वापसी तभी हो सकती है, जब वे पार्टी हाईकमान को लिखकर माफीनामा दें। भूरिया ने यह दावा भी किया कि सिंधिया दरअसल कांग्रेस में आने की पेशकश कर रहे हैं।



पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया ने आज सिंधिया के बारे में पत्रकारों से दो टूक बातचीत की। कभी कांग्रेस में राहुल गांधी के सबसे करीबी समझे जाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में जाने के बाद की हालत पर उन्होंने बेहद तीखी टिप्पणी की है। भूरिया ने कहा कि बीजेपी में जाने के बाद सिंधिया अब न घर के रहे न घाट के। 



कांतिलाल भूरिया ने कहा, 'सिंधिया आज बिना परमिशन के न नरेंद्र मोदी से मिल सकते हैं न जेपी नड्डा से मिल सकते हैं। उनकी हालत अब ये हो गई है कि न घर के रहे न घाट के। आज संसद में बीजेपी ने उन्हें सबसे आखिरी बेंच पर बिठा दिया है। बस ताली बजाते रहो। कांग्रेस में अग्रिम पंक्ति में बिठाया जाता था। यहां रहते तो चीफ मिनिस्टर भी बन सकते थे। युवाओं की बारी आती तो सिंधिया जी का नंबर था। लेकिन बीजेपी में जाने के बाद यह सब सपना वे भूल गए।'





कांग्रेस में आने की पेशकश कर रहे हैं सिंधिया



भूरिया ने कहा है कि साल 2022 तक बीजेपी सिंधिया की हालत और भी बदतर कर देगी। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस में कोई अपनी गलती मानकर, यह कहकर कि मुझसे गलती हो गई और माफीनामा लिखकर आ जाए, तो हम उसे ले सकते हैं। राहुल ने कहा है कि उसके लिए दरवाजा खुला है। सिंधिया जी पेशकश कर रहे हैं। अपनी गलती मानकर आएंगे तो हाईकमान माफ कर देगा, उसमें कोई दिक्कत नहीं है।'



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राहुल गांधी ने कल ही कहा था कि, 'सिंधिया धैर्य रखते तो मुख्यमंत्री बन सकते थे, लेकिन उन्होंने गलत रास्ता चुना और बैकबेंचर बन गए। मैं लिखकर दे सकता हूं कि बीजेपी में वे कभी सीएम नहीं बन सकते। सीएम बनने के लिए उन्हें कांग्रेस में ही आना होगा।' सिंधिया ने भी राहुल के इस बयान पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि काश राहुल जी ने मेरी इतनी चिंता उस समय की होती जब मैं कांग्रेस में था। हालांकि उन्होंने राहुल गांधी की इस बात का खंडन नहीं किया कि बीजेपी में जाकर वे बैकबेंचर हो गए हैं या उनकी कोई पूछ नहीं रह गई है।