भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना से होने वाली मौतों के आंकड़ों को छुपाने के आरोप में शिवराज सरकार घिर गई है। कमल नाथ सरकार में मंत्री रहे कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बयान पर पलटवार किया है। जयवर्धन सिंह ने दावा किया है कि सरकारी आंकड़ों की तुलना में कम से कम बीस गुना अधिक लोग कोरोना से मरे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा है कि जल्द ही कांग्रेस पार्टी ज़िला दर ज़िला के हिसाब से कोरोना से हुई मौतों के सही आंकड़े सामने रखेगी और शिवराज सरकार और उसके अधिकारियों की कारस्तानी का पर्दाफाश करेगी।
जयवर्धन सिंह ने शिवराज के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, शिवराज सिंह जी एक साल पहले तक तो आप कोरोना का मज़ाक उड़ाते थे, कि क्या है कोरोना डरोना। आज मध्यप्रदेश में जो स्थिति निर्मित हुई है तो इसकी इकलौती ज़िम्मेदार आप और आपकी सरकार है। जबकि आप कमल नाथ जी पर उल्टा आरोप लगा रहे हैं?
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जयवर्धन सिंह ने कमल नाथ के बयान का समर्थन करते हुए कहा है कि कमल नाथ ने प्रदेश में हुई मौतों के आंकड़ों को लेकर एकदम सत्य बात कही है। कांग्रेस नेता ने कहा कि कोरोना से होने वाली मौतों के जो आंकड़े बताए जा रहे हैं उनकी तुलना में कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा कम से कम बीस गुना अधिक है। जयवर्धन सिंह ने कहा कि शिवराज सिंह जी आपको जनता से माफी मांगी चाहिए।
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि हम स्वयं हर जिले में असली आंकड़े सामने लाएंगे। और यह बात साबित करेंगे कि आपने और आपकी सरकार ने हर ज़िले में झूठे आंकड़े सामने लाए हैं। और हम मांग करेंगे कि झूठे आंकड़े जारी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो। जयवर्धन सिंह ने कहा कि एक तरफ आप मृतकों के परिजनों को रुपए देने के बड़े बड़े वादे कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा आप छुपा रहे हो। आपको शर्म आनी चाहिए शिवराज जी। आपको और आपकी सरकार को मध्यप्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
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दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने हाल ही में शिवराज सरकार पर मध्यप्रदेश में हो रही कोरोना से मौतों का असली आंकड़ा छुपाने का आरोप लगाया था। कमल नाथ ने दावा किया था कि केवल अप्रैल और मई के महीने में प्रदेश में एक लाख दो हजार लोग कोरोना से मरे हैं। जबकि शिवराज सरकार केवल सात हजार लोगों की ही कोरोना से मौत होने का आंकड़ा ज़ाहिर कर रही है। इसके साथ ही कमल नाथ ने यह भी कहा था कि आज विदेशों में रहने वाले भारतीय लोगों के साथ दुर्व्यवहार हो रहा है। लोग भारत में फैले कोरोना के कारण भारतीय लोगों के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं।
पीसीसी चीफ कमल नाथ के इन दोनों बयान पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कमल नाथ का यह बयान लोगों का मनोबल तोड़ने वाला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कमल नाथ और कांग्रेस इस आपदा की घड़ी में भी राजनीति के अवसर तलाश रहे हैं। क्या इससे विदेशों में रहने वाले भारतीयों का मनोबल नहीं टूटेगा? क्या कमल नाथ का यह बयान राष्ट्रद्रोही नहीं है? शिवराज के इस बयान पर पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने भी पलटवार करते हुए कहा है कि कमल नाथ ने यह बयान विदेशी मीडिया में लगातार आ रही खबरों के आधार पर दिया है। यदि विदेशों में भारतीय लोगों पर हो रहे अत्याचार के संबंध में बयान देना राष्ट्रदोह है तो सरकार उन्हें जेल भेज के दिखाए।