कोरोना का हॉटस्पॉट बन चुके मध्य प्रदेश के उज्जैन में हालात लगातार खराब हो रहे हैं। आलम यह है कि अब अस्पतालों में काम करने वाले लोग ही लगातार कोरोना संक्रमण के शिकार हो रहे हैं। कोरोना से अकेले उज्जैन में अब तक सात नर्स संक्रमित हो चुकी हैं। इनमें जिला अस्पताल के वार्ड की दो स्टाफ नर्स बताई गई हैं, जबकि चरक अस्पताल की एक नर्स और चैरिटेबल हॉस्पिटल की चार स्टाफ नर्स अब तक कोरोना वायरस की चपेट में हैं। 

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सबसे बड़ी समस्या यह है कि यहां पर कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों को हॉस्पिटल में भर्ती तो किया जा रहा है लेकिन उसके पहले उनकी स्क्रीनिंग व्यवस्थित तरीके से नहीं हो रही है। इसी वजह से लगातार बिना स्क्रीनिंग किए हुए मरीजों का इलाज शुरु होने से स्टाफ संक्रमित हो रहा है। लगातार समस्या इस बात की भी है कि स्टाफ को पीपीई किट सही संख्या में नहीं मिल पा रही है। ऐसे में कोरोना संक्रमण मरीज से स्टाफ को हो रहा है और स्टाफ से यह संक्रमण बाकी लोगों में फैलने की आशंका है। जिले का स्वास्थ्य विभाग लगातार अपने कर्मचारियों को बेहतर सुविधाएँ देने का दावा कर रहा है लेकिन लगातार अस्पतालों में नर्सों में फैलता संक्रमण मुश्किल हालातों को खुद बयां कर रहा है।