डिंडौरी। प्रदेश के डिंडौरी जिले के सहकारी समिति संघ कर्मचारी इस वक्त अपनी मांगे न माने जाने के कारण नाराज चल रहे हैं। इस संबंध में डिंडौरी जिला सहकारिता समिति कर्मचारी महासंघ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र भी लिखा था।।

दरअसल शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं जैसे ऋण वितरण वसूली, खाद बीज वितरण, उपार्जन, धान गेहूँ चना मसूर, किसान ब्याज माफी एवं पीडीएस खाद्यान्न वितरण आदि काम समिति सदस्यों द्वारा किए जाते हैं। लेकिन इनका वेतन निश्चित नहीं है इन्हें लाभ के रूप में वेतन मिलता है। इनकी मांग है कि इससे लाभ शब्द हटाकर पैक्स कर्मचारी सेवा नियम 2019 एवं मार्च 2021 में गठित शासकीय कमेटी के नियम के अनुसार समिति के कर्मचारियों को वेतन दिया जाए। 

पत्र में उन्होंने लिखा कि वे अपनी मांगों के लेकर विभागीय मंत्री एवं कई संबंधित अधिकारियों को सालों से ज्ञापन देते आ रहे हैं, लेकिन अब तक किसी ने भी उनकी सुध नहीं ली है। कर्मचारियों ने मांगें नहीं मानी जाने पर काम बंद करने की चेतावनी भी दी है

समिति ने अपने पत्र में जिला सहकारी केन्द्रीय बैंको में समिति सहायकों से 60 प्रतिशत पद पर हो रही भर्ती/पदोन्नति को शीघ्र पूरा करने की भी मांग की है। इनका कहना है कि कोरोना काल में भी कर्मचारियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर उपभोक्ताओं को खाद्यान्न वितरण किया लेकिन उनकी नियुक्ति नहीं हुई। उन्होंने कहा है कि इनकी समस्याओं का तुरंत निराकरण किया जाए और ऐसा न होने की स्थिति में हम काम बंद कर देंगे। 

बता दें कि डिंडौरी जिला सहकारी समित पिछले चार सालों में कई बार हड़ताल पर जा चुके हैं। कई बार उन्होंने अधिकारियों को अपनी मांगों से अवगत कराया लेकिन अबतक उनकी मांगों को निराकरण नहीं हो सका है। पिछले साल 6 मई को भी कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू की थी प्रशासन ने तब आश्वासन दिया था। जिसके बाद कर्मचारी अपने काम पर लौट आए थे।