इंदौर। एमवायएच में एचआईवी पॉजिटिव मरीज को चांटे मारने वाले जूनियर डॉक्टर ने जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश की। जूनियर डॉक्टर ने शुक्रवार रात मच्छर मारने दवा की दो बोतल पीकर खुदकुशी की कोशिश की। उसकी हालत गंभीर है। पुलिस को सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें जूनियर डॉक्टर द्वारा उस घटना के बाद किसी को मुंह न दिखा पाने की बात कही है। इसके बाद एमवायएच में जूनियर डॉक्टर्स ने जमकर हंगामा किया। घटना के बाद तीन थानों का पुलिस बल लगाना पड़ा।

बताया जा रहा है कि अस्पताल परिसर में जूनियर डॉक्टरों का हंगामा देर रात तक चलता रहा। जानकारी मिलते ही संभागायुक्त के साथ अन्य अफसर भी मौके पर पहुंचे तो उनका भी घेराव कर दिया। उनका कहना है कि डॉक्टर पर हुई कार्रवाई ठीक नहीं है। इससे वह डिप्रेशन में आ गया था। इस कारण उसने ऐसा कदम उठाया।

दरअसल, हफ्ते पहले एमवाय हॉस्पिटल में इलाज के लिए आए एक पेशेंट को डॉक्टर ने थप्पड़ जड़ा था। पिटाई का कारण पेशेंट का एचआईवी पॉजिटिव होना था। तब बताया गया कि पेशेंट ने खुद के एचआईवी पॉजिटिव होने की जानकारी छुपाई थी। इससे गुस्साए डॉक्टर ने मरीज की पिटाई कर दी थी।

इस दौरान परिवार के एक नजदीकी व्यक्ति ने वीडियो बना कर स्थानीय भाजपा नेता को भेज कर मामले से अवगत कराया। इसके बाद बात एमवाय अस्पताल प्रशासन तक पहुंची तो तुरंत उक्त डॉ. कौशल को यूनिट से रवाना कर दिए गया था। बाद में डॉ. कौशल को सस्पेंड कर जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी बनाई गई थी।