जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में दुकानदारों को बड़े पैमाने पर ठगे जाने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दुकानदारों का कहना है कि कुछ लोगों ने खुद को खाद्य विभाग का सुपरवाइजर बताकर उनसे जबरन अवैध वसूली की। अब पता चल रहा है कि खुद को सरकारी अफसर बताने वाले असल में जालसाज़ थे। 

महाकौशल चैंबर ऑफ कॉमर्स का आरोप है कि शहर में कुछ लोगों ने फर्जी अधिकारी बनकर सुपरवाइजर सर्टिफिकेट बनवाने के लिए दुकानदारों पर दबाव डाला। यह सर्टीफिकेट नहीं बनवाने पर विभागीय कार्रवाई की धमकी भी दी। संगठन का आरोप है कि इन फर्जी अफसरों ने कई व्यापारियों को धमकाकर पैसे भी ऐंठे हैं। कुछ परेशान व्यापारियों ने जब इस बारे में स्थानीय खाद्य विभाग से संपर्क किया गया, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। खाद्य विभाग के अफसरों ने बताया कि उनकी तरफ से ऐसी किसी टीम का गठन ही नहीं किया गया है।

महाकौशल चैंबर ऑफ कॉमर्स के उपाध्यक्ष हेमराज अग्रवाल का कहना है कि कई खाद्य व्यापारियों ने इसकी शिकायत व्यापारी संघ से की है। व्यापारियों का कहना है कि कुछ लोग खुद को खाद्य विभाग का अधिकारी-कर्मचारी बताकर खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम की विवेचना कर रहे थे। वे लोग दुकान संचालकों पर सुपरवाइजर सर्टिफिकेट बनवाने का दबाव डाल रहे थे, जिसके लिए वे उनसे पैसे मांग रहे थे।

चैंबर ऑफ कॉमर्स की ओऱ से सभी खाद्य व्यापारियों को सतर्क किया गया है कि वो किसी फर्जी व्यक्ति के बहकावे में ना आएं। अगर किसी को सुपरवाइजर सर्टिफिकेट बनवाना है, तो उसकी पूरी जानकारी और नियम अपने वकील या फिर चैंबर से पता करें। महाकौशल चैंबर की ओर से सभी खाद्य व्यापारियों से अपील की गई है कि किसी तरह के दबाव में आकर काम ना करें और किसी को पैसे ना दें।