जबलपुर। अगर आप काले घने और लंबे बालों के लिए कोई ब्रांडेड शैंपू खरीदने वाले हैं, तो जरा सतर्क रहें, कहीं ये शैंपू आपके बालों को खराब ना कर दें। इनदिनों मध्यप्रदेश के कई जगहों पर घर-घर जाकर सस्ते ब्रांडेड शैंपू बेचने वाला गिरोह सक्रिय है, जो लोगों को सस्ते में नकली शैंपू बेच रहा है। जबलपुर में ब्रांडेड शैंपू की बॉटल्स में नकली शैंपू भरकर बेचने का मामला सामने आया है। जबलपुर पुलिस ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये सातों आरोपी आगरा के रहने वाले हैं।

दिल्ली से नकली शैंपू बनाने का कच्चा माल और शैंपू के खाली डिब्बे खरीदकर लाते थे। और जबलपुर के होटल में नकली शैंपू तैयार करते थे। फिर इन नकली शैंपू को MRP से कम रेट में बेचते थे। आरोपियों की गैंग लोगों को अपनी चिकनी चुपड़ी बातों में फंसाकर उन्हें नकली माल सस्ते में बेच देते थे। कहते थे कि कोरोना की वजह से बिक्री नहीं हुई है, स्टॉक खत्म करने के लिए कंपनी ने स्कीम चलाई है इसलिए सस्ते में बेचा जा रहा है।

जबलपुर की ओमती थाना पुलिस ने आरोपियों के होटल से नकली शैंपू बनाने का सामान जब्त किया है। आरोपियों के पास से कई नामी गिरामी कंपनियों के शैंपू के खाली डिब्बे मिले हैं। वहीं कुछ भरी बॉटल्स भी जब्त हुई हैं। इनके कमरे में केमिकल, नमक, रंग, सेलम का पाउडर और शैंपू बनाने में यूज करने के लिए पानी भी बरामद किया गया है।

ओमती पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ये सातों आरोपी आगर से आए थे। और जबलपुर के एक होटल में ठहरे हुए थे। पुलिस को शक है कि इस मामले में होटल मालिक की भूमिका भी संदिग्ध हो सकती है।

आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि वे पाउडर और केमिकल मिक्स करके नकली शैंपू बनाते थे किसी को पता ना चले इसके लिए उसमे असली कंपनी जैसा कलर मिला देते थे। बड़ी कंपनियों के प्रतिनिधि बनकर शैंपू बेचने जाते थे और कहते थे कि माल निकालने के लिए डिस्काउंट दिया जा रहा है। आरोपियों के पास से हेड एंड सोल्डर, पैंटीन, क्लीनिक प्लस, डव शैंपू के खाली डिब्बे मिले हैं। 

नकली शैंपू बनाने वालों की पहचान आगरा इम्तियाज अली, सोनू मलिक, मोहम्मद आमीन, मोहम्मद जाकिर, अरमान खान, अरफात खान और इकबाल मोहम्मद के रुप में हुई है, पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों से पूछताछ जारी है। यह पहला मामला नहीं है जब जबलपुर में नकली माल बनाने के बारे में पता चला है। इससे पहले नमक, तेल, सबुन और घी बनाकर लोगों की जान से खिलवाड़ करते थे।