भोपाल। राजधानी भोपाल में वैक्सिनेशन को लेकर फ़तवा जारी किया गया है। फ़तवा की मांग एसडीएम जमील खान ने की थी। एसडीएम इसके लिए बकायदा मस्जिद कमेटी में अर्जी दी थी।

मामला राजधानी भोपाल का है।जहाँ कोरोना के लगातार केस बढ़ रहे हैं। बढ़ते कोरोना के केस को ध्यान में रखते हुए एसडीएम  ने फ़तवा की मांग की थी। दरअसल मुस्लिम समाज के लोगो में कोरोना को लेकर कई तरह की गलतफहमी थी। जिसे दूर करने के लिए प्रशासन द्वारा फ़तवा की मांग की गई।  

जमील खान का कहना है बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग वैक्सिनेशन के लिए आगे नही आ रहे थे। जिसके बाद मुस्ताक अली नदवी, शहर मुक्ति मोहम्मद, अब्दुल कलाम कासमी सहित अन्य उलेमाओं ने मस्जिद कमेटी दफ़्तर के सभी प्रशासकीय अधिकारी की मौजूदगी में वैक्सीन लगवाई, इसके साथ ही फ़तवा भी जारी किया गया।

फ़तवा जारी होने के बाद मस्जिद कमेटी के  उलेमाओं ने एसडीएम खान से पूछा टिका लगवाने के लिए शिरई हुक्म क्या है? जिसके जवाब में मुफ़्ती अबुल कलाम कासमी ने  कहा कि कोरोना का टीका लगाने से कोई हर्ज नही है।सेहत की हिफाज़त ज़रूरी है।वहीं एसडीएम ने अब्दुल कलाम कासमी से पूछा कि सेहत के लिए कोरोना का टीका लगवाना कैसा है? जिसके जवाब में कासमी ने कहा की इलाज़ करना सुन्नत है।इलाज़ के ख़ातिर टीका लगवाने में कोई समस्या नही है।

एसडीएम खान ने का कहना है कि सामाजिक जागरूकता के लिए फ़तवा लिया गया है।उन्होंने बताया कि 2 हफ़्ते बाद रमजान का महीना शुरू होने वाला है।इससे पहले ही जिन लोगो ने टीका नही लगवाया है उनके लिए शहर के कई हिस्सों में शिविर लगाए जाएंगे। इसकी शुरुआत शनिवार को ताजुल मस्जिद से की जाएगी।जहां प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहेंगे।

एसडीएम खान ने कहा कि 45 की उम्र के अधिक कर्मचारियों की सूची मस्जिद कमेटी और वक्फ़ बोर्ड द्वारा तैयार की जा रही है। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सभी को टिका लगाया जाएगा।इसके साथ ही जमील खान ने कहा की पहला डोज लगाने के 28 दिन बाद दूसरा डोज लेना होता है।लेक़िन मुस्लिम धर्म के लोगो को रमजान पवित्र माह में दिक्कत हो सकती है।इसे ध्यान में रखते हुए रमजान में रोजा इफ्तार के बाद वैक्सिनेशन का कार्य शुरू किया जाएगा।