भोपाल। मध्य प्रदेश क्रिकेट टीम के अनुभवी और स्टार बल्लेबाज हरप्रीत सिंह भाटिया ने विजय हजारे ट्रॉफी के बीच में ही टीम का साथ छोड़कर बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने एमपी टीम से औपचारिक तौर पर इस्तीफा देकर अपना अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) ले लिया है और अपने घर लौट गए हैं। जानकारी के अनुसार, हरप्रीत अब किसी अन्य देश की टीम के लिए खेल सकते हैं और टी-20 विश्व कप में भी नजर आ सकते हैं। प्रस्ताव मिलने की चर्चा तेज है और यदि बॉन्ड पूरा हो जाता है तो वह अंतरराष्ट्रीय मंच पर नई टीम के साथ दिखाई दे सकते हैं।

हरप्रीत ने साफ किया है कि लगातार अच्छे प्रदर्शन के बावजूद आईपीएल और भारतीय टीम में अनदेखी होना उनके फैसले की मुख्य वजह है। बाएं हाथ के इस आक्रामक बल्लेबाज ने उजागर किया कि वह लंबे समय से प्रदर्शन करते आ रहे थे लेकिन चयन में उन्हें मौका नहीं दिया गया। एमपीसीए का भी कहना है कि निरंतर प्रभावी पारियों के बावजूद उन्हें ना तो आईपीएल के ऑक्शन में खरीदार मिला और ना ही राष्ट्रीय स्तर पर कॉल-अप मिल सका।

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हरप्रीत का हालिया प्रदर्शन उनकी क्षमता को मजबूत करता है। उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में झारखंड के खिलाफ नाबाद 77 रन, गोवा के खिलाफ नाबाद 80 रन और चंडीगढ़ के खिलाफ 48 रन बनाए थे। इसके बावजूद वे आईपीएल नीलामी में अनसोल्ड रहे। इससे पहले वे कोलकाता नाइटराइडर्स, पंजाब किंग्स और पुणे वॉरियर्स जैसी टीमों का हिस्सा भी रह चुके हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनकी यात्रा साल 2009 में भारतीय अंडर-19 टीम के उपकप्तान बनने से शुरू हुई थी। उस दौरान उन्होंने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 52.40 की औसत से 262 रन बनाए थे और बाद में अंडर-19 विश्व कप में भारतीय टीम में भी चुने गए थे।

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घरेलू सर्किट में उनका सफर खास रहा है। चार साल तक उन्होंने छत्तीसगढ़ टीम की सभी प्रारूपों में कप्तानी की और बाद में मध्य प्रदेश वापसी पर वनडे टीम की कमान संभाली। मौजूदा सीजन में रजत पाटीदार की अनुपस्थिति में वे टीम के कप्तान के रूप में मैदान पर उतर रहे थे। उल्लेखनीय है कि साल 2016 में छत्तीसगढ़ क्रिकेट एसोसिएशन को बीसीसीआई मान्यता मिलने के बाद वे वहां शिफ्ट हुए थे और फिर एमपी की ओर लौट गए थे।

उनके करियर आंकड़े उनकी निरंतरता का प्रमाण हैं। फर्स्ट क्लास क्रिकेट के अपने करियर में अब तक खेले गए 83 मैचों में उन्होंने 45.8 की औसत से 5222 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका सर्वोच्च स्कोर 221 रनों का है। वहीं, लिस्ट-ए क्रिकेट के 95 मैचों में उन्होंने 42.4 की औसत से 3223 रन बनाए हैं। जबकि, टी-20 क्रिकेट के 99 मैचों में उन्होंने 2757 रन बनाए हैं। हालांकि, आईपीएल में उन्हें सिर्फ 9 मैच मिले जिसमें उन्होंने 123 रन बना सके।

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