भोपाल। यथा राजा तथा प्रजा प्रदेश के घोषणावीर मुख्यमंत्री की सरकार है और प्रशासन में बैठे लोग भी उन्हीं की राह पर चल पड़े हैं। उन्हें तो बस झांकी सजाने से मतलब है फिर चाहे कोई जिए या मरे। दरअसल भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज याने हमीदिया अस्पताल में कोरोना से ठीक हुए नॉन आक्सीजन बेड़ वाले मरीजों को शुक्रवार और शनिवार को अस्पताल से छुट्टी नहीं देने की खबर वायरल हो रही है।

एक जाने माने दैनिक समाचार पत्र में छपी खबर के अनुसार दो मई रविवार को अस्पताल में मरीजों को बड़ी संख्या में डिस्चार्ज किया जाने का कार्यक्रम है। इस लॉट डिस्चार्ज सेरेमनी के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन है, जिसके लिए बाकायदा एक आडियो मैसेज और एक चिट्ठी सोशल मीडिया ग्रुप में शेयर की गई है। इस पत्र में डीन के 30 अप्रैल की डेट में साइन हैं, उस पत्र में डाक्टरों को कहा गया है कि 30 अप्रैल और एक मई को कोरोना के मरीजों की छुट्टी नहीं की जाए, जिससे जनता में पॉजिटिव मैसेज जाए की बड़ी संख्या में कोरोना से लोग रिकवर भी हो रहे हैं। यह डिस्चार्ज सेरेमनी उस वक्त आयोजित की जा रही है जब इलाज के अभाव में मरीज दम तोड़ रहे हैं, अस्पतालों में मरीजों के  लिए जगह नहीं है, लोग सीढ़ियों और अस्पताल की फर्श पर ही लेटकर इलाज करवाने को मजबूर हैं। यहां अस्पताल में शो बाजी के लिए डिस्चार्ज सेरेमनी का आयोजन किया जा रहा है। जिसके लिए एक पूरी लिस्ट जारी की गई है, जिसमें  डाक्टरों और अन्य स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को नाश्ता, पानी, फूल- गुलदस्ता और संगीत का इंतजाम करने को कहा गया है। 

हमीदिया अस्पताल के अफसर की ओर से जारी इस सेलीब्रेशन इवेंट के पत्र में आयोजन की तारीख 2 मई की जगह 2 अप्रैल दर्ज की गई है। जबकि नीचे साइन 30 अप्रैल की तारीख में किए गए हैं। जब मामला मीडिया में उजागर हुआ तो गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन ने यू टर्न मारते हुए मरीजों को रविवार तक के लिए नहीं रोकने की बात कही है।

बता दें कि डाक्टर्स के ग्रुप में जारी ऑडियो में सुप्रीडेंट ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा है कि सभी कंसल्टेंट और आरएमओ से आग्रह है कि उच्च कार्यालयों से मिले निर्देश के अनुसार शुक्रवार और शनिवार को नॉन आक्सीजन बेड वाले कोरोना पेशेंट्स के डिस्जार्च को होल्ड करना है। इन मरीजों को रविवार को सेलीब्रेटिंग इवेंट करके लॉट डिस्चार्ज किया जाना है जिससे समाज में एक पॉजिटिव मैसेज जाए कि लोग कोरोना से ठीक होकर अपने घर जा रहे हैं।

वहीं यह भी कहा गया है कि लोगों में कोरोना को लेकर जो मायूसी और निराशा आ रही है, उसके प्रति संवदेनशीलता बरतते हुए प्रशासन का आग्रह है इस तरह का कोई काम किया जाए। जिससे लोग सकारात्म सोच बनाए रखें। इसलिए आज और कल स्वस्थ हुए मरीजों की छुट्टी ना की जाए। रविवार को सभी मरीजों को एक साथ डिस्चार्ज करने के निर्देश भोपाल कमिश्नर द्वारा दिया गया है। सभी डाक्टर्स और स्टाफ को इन निर्देशों का पालन करना है।

इस संदेश के बारे में हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डाक्टर लोकेंद्र दवे का तर्क है कि जो मरीज ऑक्सीजन बेड पर ठीक हो चुके है, और घर जाने की स्थिति में हैं, उन्हें एक दिन नॉन ऑक्सीजन बेड पर रखने को कहा गया है। इसमें किसी मरीज के साथ कोई जबरदस्ती नहीं की जा रही है। अधीक्षक का कहना है कि रविवार को लोगों में कोरोना के प्रति डर खत्म करने और सकारात्मक संदेश देने के लिए मरीजों को डिस्चार्ज करने का कार्यक्रम किया जाना है, उन्होंने दोहराया कि यह कार्यक्रम हेड आफिस के आदेश के पालन में आयोजित होना प्रस्तावित है। वहीं इस बारे में हमीदिया अस्पताल के डीन डाक्टर जितेंद्र शुक्ला का कहना है कि जिन मरीजों की अस्पताल से छुट्टी होनी है वह तो होगी ही। डीन साहब चिट्ठी और लॉट डिस्चार्ज के आयोजन को नकारते नजर आए।