भारत के युवा अंपायर नितिन मेनन को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ( आईसीसी ) ने अपनी एलीट पैनल में जगह दी है। मेनन को न्यूजीलैंड के नाइजेल लोंग की जगह एलीट पैनल में शामिल किया गया है। नितिन मेनन का चुनाव यूरोपियन क्रिकेट काउंसिल के प्रबन्धक ज्यॉफ एलेरडाइस की अध्यक्षता वाली समिति ने किया है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर भी इस चयन समिति का हिस्सा हैं।

बल्लेबाज़ी में सफलता नहीं मिली, तो अंपायरिंग के क्षेत्र को चुना
नितिन मेनन मध्य प्रदेश के इंदौर के रहने वाले हैं। उन्होंने अब तक 3 टेस्ट, 24 वन डे और 16 टी 20 मैचों में अंपायरिंग की है। मेनन आईपीएल में भी अंपायरिंग कर चुके हैं। नितिन मेनन के पिता नरेंद्र मेनन भी अंतरराष्ट्रीय अंपायर चुके हैं। 36 वर्षीय नितिन मेनन ने अपने करियर का आगाज़ एक बल्लेबाज़ के तौर पर किया था।

मेनन मध्य प्रदेश की तरफ से ही क्रिकेट खेलते थे। लेकिन मेनन को क्रिकेट में कोई सफलता नहीं मिली जिसके बाद उन्होंने अंपायरिंग की दुनिया में कदम रखा। 2006 में मेनन ने बीसीसीआई की अंपायरिंग परीक्षा पास की। इसके बाद मेनन घरेलू मैचों में अंपायरिंग करने लगे। 26 जनवरी 2017 को भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए टी 20 में मेनन ने पहली दफा किसी अंतरराष्ट्रीय मैच में अंपायरिंग की।

एलीट पैनल में चुने जाने वाले मेनन तीसरे भारतीय
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ( आईसीसी ) की एलीट पैनल में जगह बनाने वाले मेनन केवल तीसरे भारतीय हैं। इससे पहले आईसीसी की एलीट पैनल में भारतीय टीम के पूर्व कप्तान एस वेंकटराघवन और सुंदरम रवि रह चुके हैं। सुंदरम रवि को आईसीसी ने पिछले वर्ष ही अपनी एलीट पैनल से हटाया है।