भोपाल। 

भारत में कोरोना वायरस  के संक्रमण से रविवार को तीन और लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या सात हो गई है। इसके बाद भी सरकार तो सरकार जनता भी इस मामले पर गंभीर नहीं है। 22 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर लोगों ने जनता कर्फ्यू का पालन तो किया लेकिन मध्यप्रदेश  के इंदौर, गुजरात के अहमदाबाद सहित कई क्षेत्रों में उत्साही लोग जुलूस की शक्ल  में सड़क पर उतर आए जबकि करोना को हराने के लिये भीड़ रोकने के लिए सामाजिक दूरी बनाने की अपील की गई थी। इसके लिए धारा 144 भी लागू की गई मगर इसका देशभर में उल्लंबघन किया जा रहा है। पूरे दिन जनता कर्फ्यू के अमल के बाद शाम को जुलूस, गरबा और आतिशबाजी जैसी लापरवाहियां हुई। 



इंदौर के पाटनीपुरा इलाके में लोगों को थाली बजाते हुए जुलूस निकालते देख दुनिया भर के लोग दंग रह गए। यही कारण है कि ट्विटर पर #Indore और #stupidity टॉप ट्रेंड कर गया।



 





इंदौर के पाटनीपुरा इलाके में लोगों को थाली बजाते हुए जुलूस निकालते देख दुनिया भर के लोग दंग रह गए। यही कारण है कि ट्विटर पर #Indore और #stupidity टॉप ट्रेंड कर गया। ट्विटर पर लोग ऐसी लापरवाही की खूब आलोचना कर रहे हैं। लोग हैरान हैं कि जब इस बीमारी को रोकने के लिए बार-बार कहा जा रहा है कि भीड़ इकट्ठा न होने पाए लेकिन मप्र इंदौर और उत्तर प्रदेश के पीलीभीत सहित कई क्षेत्रों में लोग जुलूस की शक्ल में शंख और घंटा बजाते हुए निकल पड़े। इससे मोदी का सामाजिक दूरी का आइडिया की विफल होता नजर आया।



अहमदाबाद में 144 का उल्लंघन, 19 गिरफ्तार

गुजरात में भी कोरोना वायरस का कहर बढ़ रहा है। अहमदाबाद में कोरोना के 13 पॉजिटिव, सूरत में चार, राजकोट में एक, वड़ोदरा में छह, गांधीनगर में चार और कच्छ में एक सहित कुल संख्या 29 तक पहुंच गई है। शहर पुलिस आयुक्त आशिष भाटिया ने कहा कि कोरोना वायरस के मद्देनजर शहर में धारा 144 लगाई गई है। इसका उल्लंघन करने की कई घटनाएं सामने आई हैं। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए रविवार को कर्फ्यू के बाद शाम पांच बजे ताली और थाली बजाकर जुलूस निकालने के आरोप में अहमदाबाद शहर पुलिस ने खाडिया क्षेत्र के 19 लोगों के खिलाफ धारा 144 को भंग करने के आरोप में भारतीय दंड संहिता की धारा 188 और 135 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर इन्हें गिरफ्तार किया है।