खंडवा। जिला कलेक्टर अनय द्विवेदी कोरोना काल में जिला प्रशासन कि विफलता उजागर होने से खासे नाराज हैं।कोरोना काल में आए दिन अखबारों में प्रशासन की नाकामी की खबरों से वे तिलमिला गए हैं। अब उन्होंने ऐसे पत्रकारों पर अपनी निगाहें टेढ़ी कर ली हैं। कलेक्टर पर प्रशासन के खिलाफ लिखने वालों को धमकाने का आरोप लगा है। पत्रकारों से कहा जा रहा है कि जिला प्रशासन की पोल खोलती तस्वीरें नहीं दिखाई जाएं, और ना ही अस्पतालों की बदहाली, श्मशान घाटों की व्यवस्था और चरमराए प्रशासन की रिपोर्टस छापें।

खबर है कि खंडवा DM अनय द्विवेदी ने जाने माने पत्रकारों को अपने कैबिन में बुलाकर धमकाया है, वहीं कुछ पत्रकारों को व्हाट्सएप कॉलिंग करके धमकी दी है। उनसे अभद्रता भी की गई है। कलेक्टर ने धमकी दी है कि अगर पत्रकार प्रशासन के खिलाफ लिखना बंद नहीं करेंगे तो उनके मकान गिरा दिए जाएंगे। बताया जा रहा है कि दो अखबारों के पत्रकारों को नोटिस भेजकर जवाब तलब किया गया है। नोटिस का जवाब नहीं देने पर सख्त कार्रवाई की बात कही जा रही है। हाल ही में खंडवा ज़िला जनसंपर्क अधिकारी ब्रजेंद्र शर्मा का नियम विरुद्ध तबादला कर दिया गया है। PRO पर नेगेटिव खबरों को नहीं रोक पाने का आरोप लगाया गया है। माना जा रहा है कि वे प्रशासन के खिलाफ नकारात्मक खबरों पर लगाम लगाने में नाकामयाब थे।

यही वजह है कि उनपर कार्रवाई की गई है। दरअसल कोरोना महामारी की वजह से अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है, ना डाक्टर मिल  रहे हैं औऱ ना ही आक्सीजन और अन्य सुविधाएं। वहीं मरीजों की मौत हो जाने पर उन्हें श्मशानों में भी जगह नहीं मिल रही है। एक दैनिक अखबार में छपी रिपोर्ट्स के अनुसार खंडवा में 11 से 25 अप्रैल के बीच 123 लोगों की मौत कोरोना से हुई थी, जबकि 81 लोगों की मौत के सामान्य मौतें कहा जा रहा था। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि प्रदेश में 15 दिनों में 12 हजार 389 लोगों की मौतें हुई हैं। जबकि सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार मध्य प्रदेश में एक साल में 5424 लोगों की मौत ही दर्शाया गया है। मुक्तिधामों से जुड़े आंकड़ों की सच्चाई उजागर करने पर खंडवा कलेक्टर अब पत्रकारों को धमका रहे हैं।

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यह पहला मौका नहीं है जब किसी कलेक्टर पर इस तरह का आरोप लगा है। हाल ही में छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिला कलेक्टर पर लोगों से बदतमीजी और मारपीट करने का आरोप लगा था। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। कलेक्टर रणबीर शर्मा दवाई खरीदने जा रहे एक युवक को थप्पड़ मारते नजर आए हैं। मामले का वीडियो वायरल होने पर कलेक्टर को हटाने की मांग हो रही थी। मामला तूल पकड़ने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कलेक्टर रणबीर शर्मा को हटाने की कार्रवाई की है।

वहीं पिछले महीने त्रिपुरा के डीएम शैलेश कुमार यादव ने शादी समारोह में क्षमता से ज्यादा लोगों के होने पर लोगों को पीटा था, उन्होंने दूल्हे और पंडित को पीट दिया था, परिवार वालों से भी अभद्रता की थी। जिसके बाद सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया था।