भोपाल। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में पूरा ज़ोर लगा दिया है। बीजेपी लगातार छिंदवाड़ा में कांग्रेस और कमल नाथ को पछाड़ने के उद्देश्य से सेंधमारी कर रही है। इसी क्रम में आज छिंदवाड़ा के एक और नेता दीपक सक्सेना बीजेपी में शामिल हो गए हैं। 

पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना ने शुक्रवार को भोपाल में बीजेपी कार्यालय पहुंच कर पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। मुख्यमंत्री मोहन यादव और लोकसभा चुनाव प्रभारी महेंद्र सिंह की मौजूदगी में दीपक सक्सेना बीजेपी में शामिल हो गए। शुक्रवार सुबह से ही दीपक सक्सेना के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें तेज़ थीं। दीपक सक्सेना अपने पूरे काफिले के साथ भोपाल के लिए रवाना हुए थे, जिसे देखकर यह अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं था कि वह एक नई राजनीतिक पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं। 

दीपक सक्सेना की गिनती कमल नाथ के करीबी नेताओं में होती थी। दीपक सक्सेना वही नेता थे जिन्होंने 2019 में कमल नाथ के लिए छिंदवाड़ा से विधानसभा की अपनी सीट छोड़ दी थी। इसके बाद कमल नाथ ने दीपक सक्सेना को प्रोटेम स्पीकर भी बनाया था। 

दीपक सक्सेना ने बीते दिनों ही कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। बीते मंगलवार को ख़ुद कमल नाथ ने अन्य कांग्रेस विधायकों की मौजूदगी में दीपक सक्सेना से चर्चा भी की थी। हालांकि उस चर्चा का कोई हल नहीं निकल पाया और आज दीपक सक्सेना ने बीजेपी का दामन थाम लिया। 

छिंदवाड़ा में हाल ही के दिनों में कमल नाथ को लगने वाला यह पहला झटका नहीं है। इससे पहले छिंदवाड़ा के मेयर विक्रम अहाके ने बीजेपी का दामन थाम लिया था। जबकि कमल नाथ के एक अन्य करीबी अमरवाड़ा सीट से विधायक कमलेश प्रताप शाह भी बीजेपी में शामिल हो गए थे। ख़ुद दीपक सक्सेना के बेटे अजय सक्सेना ने भी बीते दिनों बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। 

छिंदवाड़ा कमल नाथ का गढ़ माना जाता रहा है। इस सीट से वह नौ बार सांसद रह चुके हैं। जबकि उनकी पत्नी अलका नाथ भी इस सीट से सांसद रह चुकी हैं। वर्तमान में उनके बेटे नकुल नाथ इस सीट से सांसद हैं। पिछले लोकसभा में कांग्रेस को मध्य प्रदेश की जिस एकमात्र सीट पर जीत मिली थी, वो सीट छिंदवाड़ा की ही थी। 

हालांकि बीजेपी द्वारा लगातार की जा रही सेंधमारी के बीच कमल नाथ ने छिंदवाड़ा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वह आखिरी सांस तक छिंदवाड़ा की जनता के साथ बने रहेंगे।