खरगोन। मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। खरगोन जिले की पुलिस ने एक नकली नोट छपने वाली गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने नकली नोट छपने वाली गैंग से 30 लाख रुपए से ज़्यादा के नकली नोट बरामद किए हैं। इसके अलावा पुलिस ने आरोपियों के पास से दो प्रिंटर और नोट छापने वाले हाई क्वालिटी कागज़ भी बरामद किए हैं। पुलिस ने इस पूरे मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। 

नकली नोट गैंग को पुलिस ने रंगे हाथ पकड़ा 

खरगोन जिले के एसपी शैलेंद्र सिंह ने मीडिया को बताया है कि पुलिस को यह सूचना मिली थी कि बलकवाडा थाना क्षेत्र के पास कुछ लोग भारी मात्रा में नोटों का आदान प्रदान कर रहे हैं। इसके बाद जब पुलिस उस जगह पहुंची तो नोटों का लेन देन करने वाले पांच लोग भाग खड़े हुए। पुलिस ने पांचों का पीछा कर पकड़ लिया। पुलिस को उनके पास से करीब 18 लाख रुपए के नोट की बरामदगी हुई। 

मामा भांजे थे नकली नोटों के कारोबार में शामिल 

पुलिस ने पांचों आरोपियों पर शिकंजा कसने के बाद जब उनसे पूछताछ शुरू की तो गिरफ्त में आए एक आरोपी जितेंद्र ने बताया कि यह सारा कारोबार वह इंदौर में रहने वाले अपने मामा जगदीश रतनलाल तोमर के साथ किया करता था। जगदीश रतनलाल तोमर की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने उसे इंदौर से गिरफ्तार कर लिया। नकली नोट गैंग के सरदार के पास से पुलिस ने 4 लाख 65 हज़ार रुपए के नकली नोट बरामद किए हैं। 

पांच लाख के नकली नोट बाज़ार में चला चुका है गैंग 

पुलिस ने रतनलाल तोमर के भांजे जितेंद्र के घर से 8 लाख रुपए के नकली नोट बरामद किए हैं। प्रिंटर और हाई क्वालिटी के कागजात भी उसी के घर से बरामद हुए हैं। कुल मिलाकर पुलिस ने अब तक 30 लाख 65 हज़ार के नकली नोट बरामद किए हैं। पुलिस ने आरोपियों से जब उनकी योजना के बारे में पूछा तो पता चला कि यह गैंग पेट्रोल पंप चालकों तथा स्वसहायता समूहों के माध्यम से बाज़ार में नकली नोट चलाने की साजिश रच रही थी। हैरान करने वाली बात यह है कि यह गैंग अब तक बाज़ार में 5 लाख रुपए से ज़्यादा के नकली नोटों की हेरा फेरी कर चुके थे। पुलिस को अंदेशा है कि गिरफ्त में आए आरोपियों के माध्यम से और भी बड़े रैकेट का खुलासा हो सकता है। फिलहाल इस गिरोह के आगर - मालवा, खरगोन और खंडवा में होने की सूचना है।