राजस्‍व जुटाने के लिए शराब दुकान खोलने के लिए उतावली हो रही एमपी सरकार अंतत: शराब ठेकेदारों की मांगों के आगे झुक गई। सरकार ने जब ठेकेदारों की मांगों को न मान कर दुकान खुलवाने का दबाव बनाया तो ठेकेदार कोर्ट की शरण में चले गए। ठेकेदारों की याचिका पर हाई कोर्ट ने सरकार से जवाब तलब भी किया। मगर कोर्ट के बाहर मामला सुलझाने की गरज से सरकार ठेकेदारों के आगे झुक गई और उसने उनकी मांगों को मान लिया। इस सहमति के बाद प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में अब शराब की दुकानें खुलना शुरू हो गई।

Click  शराब दुकान खोलने पर जवाब तलब

दरअसल ठेकेदार शराब दुकानें खोलने के पहले शराब पर ड्यूटी कम करने सहित कई मांगों पर अड़े हुए थे। इस पर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ठेकेदारों के चेतावनी देते हुए कहा था कि यदि वे दुकान नहीं खोलेंगे तो फिर सरकार को किसी अन्य विकल्प पर विचार करना होगा। इसके बाद शासन स्तर पर ठेकेदारों से बातचीत का एक और प्रयास किया गया। ठेकेदारों की मांगों को लेकर भी आश्वासन दिया गया। इसके बाद यह तय हो गया कि प्रदेश के सभी ग्रीन और ऑरेंज जोन में शराब की दुकानें खोली जाएंगी। यह निर्णय होते ही प्रदेश के कई हिस्सों से शराब की दुकानें खुलने की तस्वीरें भी आई हैं। जिसमें दुकान के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग के लिए बनाये गए गोले के खड़े होकर लोगों ने लम्बी कतारें लगा ली हैं। 

ये थीं शराब ठेकेदारों की मांगें 

  • दुकान खोलने का ज्यादा समय दिया जाये 
  • लॉक डाउन में हुए नुकसान की भरपाई के लिए कम की जाये

मंडीदीप में उमड़ी भीड़  

मध्यप्रदेश में भी शराब दुकानें खुलने का सिलसिला शुरू हो गया है। रायसेन के मंडीदीप में शराब दुकान खुलते ही खरीददारों की लंबी लाइन लग गई। दुकान के आसपास पुलिसबल तैनात किया गया है। शराब के देशी और अंग्रेजी ठेकों पर लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने के लिए शराब ठेकों पर गोले बनाए गए हैं ताकि लोग धक्कामुक्की ना करें।