कलापीपल। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को शाजापुर के कालापीपल विधानसभा क्षेत्र के पोलायकलां पहुंचे। चुनावी साल में राहुल गांधी का ये पहला मध्य प्रदेश दौरा है। वे यहां जन आक्रोश यात्रा में शामिल हुए विशाल जन आक्रोश सभा को भी संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश भ्रष्टाचार का एपिसेंटर है।



राहुल गांधी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, 'यह विचारधारा की लड़ाई है। एक तरफ कांग्रेस, दूसरी तरफ बीजेपी है। एक तरफ गांधी जी हैं, दूसरी तरफ गोडसे है। एक तरफ नफरत हिंसा और अहंकार है, दूसरी तरफ मोहब्बत, आदर और भाईचारा है। भाजपा के लोग जहां भी जाते हैं नफरत फैलाते हैं, गुस्सा पैदा करते हैं। आज मध्य प्रदेश का युवा, किसान और मजदूर इनसे नफरत करने लगा है। जो भाजपा ने जनता के साथ किया जनता अब उनके साथ करने लगी है। इसीलिए हम सात जन आक्रोश यात्राएं मध्य प्रदेश में निकाल रहे हैं।'



राहुल गांधी ने शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'मध्य प्रदेश हिंदुस्तान में भ्रष्टाचार का एपिसेंटर है, जितना भाजपा ने एमपी में भ्रष्टाचार किया है, उतना पूरे देश में नहीं किया है। यहां इन्होंने बच्चों के फंड्स, मिड डे मिल और ड्रेस के फंड्स में चोरी की। महाकाल लोग में चोरी किया। व्यापम में एक करोड़ युवाओं का इन्होंने नुकसान किया। मध्य प्रदेश सरकार किसानों को सही दाम नहीं देती है। पास में छत्तीसगढ़ है वहां जाइए और किसी भी किसान से पूछिए... वहां धान के लिए किसानों को कितना पैसा मिलता है। हमने 2500 रुपए देने का वादा किया था और उसे पूरा किया।'





राहुल गांधी ने आगे कहा, 'मध्य प्रदेश में पिछले 18 साल में 18 हजार किसानों ने आत्महत्या की है। हर दिन यहां तीन किसान आत्महत्या करते हैं। हिंदुस्तान के इतिहास में पहली बार किसान टैक्स दे रहा है। इन्होंने जीएसटी लागू की और पांच काले कानून लाए।' उन्होंने अडानी पर निशाना साधते हुए कहा कि संसद में जैसे ही मैंने अडानी की बात उठाई वैसे ही बीजेपी ने मेरी लोकसभा की सदस्यता रद्द कर दी। आप सोचिए अडानी की रक्षा करने के लिए मेरी लोकसभा का सदस्यता कैंसिल कर दिया। लेकिन मुझे फर्क नहीं पड़ता, मैं सच्चाई बोलता हूं।'





राहुल गांधी ने कहा, 'आज आपको पोर्ट्स, एयरपोर्ट्स, इंफ्रास्ट्रक्चर... हर जगह अडानी दिखाई देंगे। वे किसानों-लोगों की जेब से हर रोज पैसा ले रहै हैं। मीडिया का रिमोट भी अडाणी के हाथ में है। मैंने अभी मजाक में कहा कि मीडिया के साथी हमारी मीटिंग नहीं दिखाएंगे। देखिए प्रेस वाले मुस्कुरा रहे हैं। इनकी गलती भी नहीं है, ये सच्चाई जानते हैं। इनका रिमोट अडानी के हाथ में है।'



महिला आरक्षण के मुद्दे पर राहुल गांधी ने कहा कि इसमें ओबीसी आरक्षण क्यों नहीं है। उन्होंने कहा, 'कुछ दिन पहले भाजपा ने महिला आरक्षण की बात की। हमने कहा कि महिला आरक्षण के पहले सर्वे की क्या जरूरत है? परिसीमन क्यों करना है? इससे महिला आरक्षण दस साल बाद लागू होगा। हमने कहा की ये दो लाइन हटाइए। हमने महिला आरक्षण में ओबीसी आरक्षण की मांग की। नरेंद्र मोदी कहते हैं कि वे OBC के नेता हैं। तो महिला आरक्षण में ओबीसी आरक्षण क्यों नहीं शामिल किया। दरअसल, कानून RSS वाले बनाते हैं। BJP के सांसदों को भी इस बारे में नहीं पूछा जाता। मोदीजी ओबीसी का सरकार नहीं चलाते हैं, उनका काम बस नफरत और हिंसा फैलाने का है। शिक्षा में कितना पैसा जाएगा, स्वास्थ्य में कितना पैसा जाएगा, नरेगा में क्या होगा, ये वो तय नहीं करते हैं।'



राहुल गांधी ने आगे कहा, 'हिंदुस्तान को 90 अफसर चलाते हैं। 90 लोग कानून बनाते हैं और निर्णय लेते हैं पैसा कहां जाएगा। देश में ओबीसी की आबादी तकरीबन 50 फीसदी है, लेकिन 90 में से सिर्फ 3 अफसर ओबीसी वर्ग के हैं। तीन साल पहले तक 90 में से शून्य अफसर ओबीसी वर्ग के थे। साफ है मोदी जी ओबीसी वर्ग के लिए काम नहीं करते हैं।





करीब 45 लाख करोड़ का हमारा बजट है। मैं पूछता हूं ओबीसी अफसर कितने रुपए पर निर्णय लेते हैं?हिंदुस्तान के पूरे बजट में सिर्फ पांच फीसदी बजट को ही वे कंट्रोल करते हैं। ये है मोदी जी का काम। हमें हिंदुस्तान का एक्सरे करना है और पता करना है की ओबीसी की आबादी सिर्फ पांच फीसदी है क्या? उनकी आबादी 50 फीसदी है तो सिर्फ पांच फीसदी बजट पर कंट्रोल क्यों है? मैं सवाल यह पूछता हूं तो भाजपा के लोग कांपने लगते हैं, हिंदुस्तान के सामने कास्ट सेंसस सबसे बड़ा सवाल है। अगर दिल्ली में हमारी सरकार आएगी तो हमारा पहला काम जातीय जनगणना होगा। सरकार आते ही हम देश को बताएंगे कि ओबीसी की कितनी आबादी है।'