भोपाल। मध्य प्रदेश में दीपावली पर ब्लैक आउट का खतरा मंडरा रहा है। दरअसल, कल से ही प्रदेश के 70 हजार बिजली कर्मचारी हड़ताल पर जा रहे हैं। बिजली कर्मचारियों ने अपनी मांगें पूरी करवाने के लिए असहयोग आंदोलन का रास्ता चुना है। ऐसे में यदि दिवाली से पहले सरकार बिजली कर्मियों की मांगें पूरी नहीं करती है तो दीपावली पर्व के दौरान सूबे में अंधेरा छा सकता है।

दरअसल, मध्य प्रदेश में बिजली विभाग के करीब 29 हजार नियमित कर्मचारी हैं, 6 हजार संविदा कर्मचारी हैं और तकरीबन 35 हजार आउट सोर्स  कर्मचारी हैं। बिजली कर्मचारी डीए और वेतन न बढ़ने से आक्रोशित हैं। बिजली आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए भी बोनस और दिवाली से पूर्व वेतन की मांग की जा रही है। ऊर्जा मंत्री प्रधुम्न सिंह तोमर ने हाल ही में मांगें पूरी होने के आश्वासन भी दिया था लेकिन सरकार ने इसपर कोई आदेश जारी नहीं किया। 

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बिजली कर्मचारियों ने अपनी मांगों और असहयोग आंदोलन की जानकारी प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टर को ज्ञापन के माध्यम से दे दिया है। मध्य प्रदेश विधुत कर्मचारियों के संयुक्त संगठन के  संयोजक वी के एस परिहार ने हम समवेत से बातचीत के दौरान कहा, 'सरकार हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है। प्रदेश के सभी जिलों के बिजली कर्मचारी हड़ताल पर जा रहे हैं। हम हड़ताल वापस लेंगे इसकी कोई संभावना नहीं है। लेकिन, दिवाली पर और उससे पहले ब्लैक आउट की पूरी संभावना है।'

परिहार ने बताया कि 2-3 दिन पहले भी बिजली कर्मचारी यूनियन ने ऊर्जा मंत्री से बातचीत करने का प्रयास किया था। लेकिन वे मांगें पूरी नहीं कर रहे हैं। ऐसे में बिजली कर्मचारियों के पास हड़ताल के अलावा कोई और दूसरा विकल्प नहीं बचा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मांगें पूरी नहीं होने तक बिजली कर्मचारी काम पर नहीं जाएंगे। दीपावली से पहले बिजली कर्मचारियों के आंदोलन से सरकार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है।