उज्जैन। उज्जैन में जहरीली शराब पीने से अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। जिसमें 10 लोग ऐसे थे जो मजदूरी करते थे, जिनका रात का ठिकाना फुटपाथ था। वही एक अन्य मरने वाला व्यक्ति ठेला लगाने का काम करता था। मुख्य आरोपी यूनुस इंदौर से आगरा जाते समय बस से गिरफ्तार किया गया है। लेकिन इससे पहले मामले के 10 आरोपियों को पकड़ा जा चुका था। जबकि इसके अंतर्गत आने वाले खाराकुआं थाना के थाना प्रभारी एमएल मीणा सहित 4 पुलिसवालों को निलंबित कर दिया गया हैं। 



गौरतलब है कि बुधवार को उज्जैन के खाराकुआं, महाकाल और कोतवाली थाना क्षेत्र के अलग-अलग स्थानों पर 6 मजदूरों के मरने की खबर आई थी। उन सब के शवों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस की जांच से गुरुवार को यह बात सामने आई कि इन मजदूरों की जान जहरीली शराब के सेवन से हुई है। गुरुवार तक जहरीली शराब पीने से मरने वाले लोगों की संख्या 11 तक पहुंच गई। 





पुलिस द्वारा की गई अभी तक की जांच से यह साफ़ हुआ है कि उज्जैन के छत्री चौक स्थित मल्टी लेवल पार्किंग के अंदर ही कुछ लोग स्प्रिट और कुछ अन्य केमिकल से जहरीली शराब बनाने का काम करते थे। यह शराब 20 से 30 रूपए में गरीब मजदूरों और भिक्षुओं को बेचते थे। यहां से अब तक 8 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पकड़े गए 8 लोगों से पुलिस की पूछताछ जारी है। पुलिस ऐसे अन्य ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। 



एसआईटी का गठन



ऐन चुनाव के वक्त हुई इस घटना से सरकार में खलबली है और मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने आनन-फानन में चार पुलिस वालों को निलंबित कर दिया हैं। सीएम ने घटना की उच्चस्तरीय जाँच के लिए एसआईटी का गठन कर किया है। इसके साथ ही अपर मुख्य सचिव गृह की अध्यक्षता में एक और कमेटी बनाई गई है, जो पूरे मामले की जांच करेगी। 



कांग्रेस ने कहा शिवराज के राज में शराब माफियाओं का बोलबाला, बनाई अपनी जांच कमेटी 



पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस मामले पर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि उज्जैन में शराब माफिया ने 9 जानें लीन लीं, 9 परिवार बर्बाद कर दिये।शिवराज जी, ये माफिया कब तक यूं ही निर्दोषों की जान लेते रहेंगे ? हमने इन्हें कुचला था, हमारी सरकार  जाते ही ये फिर बेख़ौफ़ हो गये, फिर सक्रिय हो गये ? आपकी सरकार को माफ़ियाओं से आख़िर इतना प्रेम क्यों? क्यों इन्हें बख्शा जा रहा है? क्यों इन्हें संरक्षण दिया जा रहा है? मृतकों के प्रति मेरी शोक संवेदनाएँ! पीड़ित परिवारों को न्याय मिले, उनकी हर संभव मदद हो, दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो।



उज्जैन में शराब माफिया ने 9 जाने लीन ली , 9 परिवार बर्बाद कर दिये।

शिवराज जी , ये माफिया कब तक यूँ ही निर्दोषो की जान लेते रहेंगे ?



हमने इन्हें कुचला था , हमारी सरकार जाते ही ये फिर बेख़ौफ़ हो गये , फिर सक्रिय हो गये ?



आपकी सरकार का माफ़ियाओ से आख़िर इतना प्रेम क्यों ?





कांग्रेस ने इस पूरी घटना की जाँच के लिए एक अलग जांच कमेटी का गठन कर दिया है। कांग्रेस ने अपनी जांच कमेटी में विधायक महेश परमार, मनोज चावला, दिलीप गुर्जर और मुरली मोरवाल को शामिल किया है। जांच कमेटी घटना की जगह जाकर मृतकों के परिवार से मिलेगी। घटना की जांच कर रिपोर्ट मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ को सौंपेगी।