भोपाल। प्रदेश और देश भर में बढ़ती महंगाई को लेकर भाजपा नेताओं की बेतुकी बयानबाजी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। महंगाई के मुद्दे पर सरकार के बचाव में महेंद्र सिंह सिसोदिया ने अजीबोगरीब बयान दिया है। शिवराज सरकार में मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कहा है कि सरकार सब कुछ फ्री में नहीं दे सकती, लोगों को थोड़ी महंगाई भी स्वीकार करनी चाहिए। 

सिसोदिया ने इंदौर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि बीते सालों में लोगों की आमदनी में भी इजाफा हुआ है। इसलिए यह सोचना की पेट्रोल और डीजल की कीमतें भी पहले जितनी रहें, यह उचित नहीं है। 

महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कहा कि इस पर व्यावहारिक ढंग से बात होनी चाहिए। दस साल पहले किसी व्यक्ति की मासिक आय दस हजार रही होगी, आज वही व्यक्ति अगर प्रति माह 25-30 हजार रुपए कमा रहा है। तो पेट्रोल डीजल भी दस साल पहले वाली दरों पर मिलेंगे, ऐसा सोचना बेमानी है। सिसोदिया ने कहा कि क्या व्यापारियों की आमदनी नहीं बढ़ी है? दूध उत्पादन करने वाले वर्ग, सब्जी उपजाने काले वर्ग की आमदनी बढ़ी है। प्रत्येक वर्ग की आमदनी बढ़ी है। 

महेंद्र सिंह सिसोदिया भाजपा के पहले और इकलौते ऐसे नेता नहीं हैं, जिन्होंने महंगाई को लेकर ऐसा अजीबोगरीब बयान दिया हो। सिसोदिया से ठीक पहले योगी सरकार में मंत्री उपेंद्र तिवारी ने महंगाई को लेकर कहा था कि मोदी सरकार के आने के बाद देश की प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हुई है। उपेंद्र तिवारी ने कहा था कि देश में सिर्फ मुट्ठी भर लोगों को ही पेट्रोल भरवाने की ज़रूरत है। 

मध्य प्रदेश के भाजपा नेता भी लगातार महंगाई को लेकर बेतुकी बयानबाजी करते देखे गए हैं। शिवराज सरकार में मंत्री विश्वास सारंग ने बढ़ती महंगाई का कारण देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को करार दिया था। साध्वी प्रज्ञा ने महंगाई को कांग्रेस का प्रोपेगेंडा बताया था। जबकि कटनी जिले के बीजेपी अध्यक्ष रामरतन पायल ने लोगों को अफगानिस्तान जाने की सलाह दे डाली थी।