भोपाल। विधानसभा चुनाव के पहले मध्य प्रदेश बीजेपी में भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। भारतीय जनता पार्टी के एक के बाद एक बड़े नेता कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। बुधवार को कांग्रेस ने सिंधिया के गढ़ में बड़ी सेंधमारी की। ग्वालियर-चंबल के कई दिग्गजों ने पीसीसी चीफ कमलनाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव और पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह की मौजूदगी में कांग्रेस का दामन थामा।



कांग्रेस ज्वाइन करने वालों में सिंधिया समर्थक माने जाने वाले शिवपुरी के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बैजनाथ यादव, विनय यादव और मीरा सिंह शामिल हैं। बैजनाथ यादव के साथ हजारों की संख्या में कार्यकर्ता शिवपुरी से भोपाल आए थे। उन्होंने भी कांग्रेस का दामन थाम लिया। बैजनाथ यादव करीब 400 गाड़ियों के काफिले के साथ भोपाल आए थे। चुनाव के पहले ये एमपी में बीजेपी को एक और बड़ा झटका माना जा रहा है।





बैजनाथ यादव को कांग्रेस पार्टी में लाने में अरुण यादव और जयवर्धन सिंह का अहम रोल माना जा रहा है। दरअसल, अरुण यादव और जयवर्धन सिंह उन्हें कांग्रेस में लेकर आने के लिए लंबे समय से प्रयासरत थे। सदस्यता ग्रहण समारोह के दौरान अरुण यादव ने कहा कि वैजनाथ सिंह यादव से मेरे पारिवारिक संबंध हैं। उनके कांग्रेस में वापिस आने से शिवपुरी सहित पूरे संभाग में कांग्रेस को फायदा होगा। हम सभी साथियों का दिल से स्वागत करते हैं।



बता दें कि हाल में ही अरुण यादव और जयवर्धन सिंह के प्रयासों से अशोकनगर जिले की मुंगावली सीट से तीन बार भाजपा के विधायक रहे स्वर्गीय राव देशराज सिंह यादव के बेटे यादवेन्द्र सिंह यादव ने भी कांग्रेस ज्वॉइन किया था। यादवेन्द्र अशोकनगर जिला पंचायत के उपाध्यक्ष रह चुके हैं। ऐसे में सिंधिया के प्रभाव वाले ग्वालियर चंबल में बीजेपी के लिए यह दूसरा झटका है, जब यादवेंद्र के बाद बैजनाथ यादव ने कांग्रेस का दामन थाम लिया।